बिहार
27 फीसदी आबादी वाला वैश्य समाज उपेक्षा का शिकार : पवन
By Deshwani | Publish Date: 5/5/2017 6:04:16 PMसंवाददाताओं से रूबरू होते पूर्व विधायक
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक पवन जायसवाल ने शुक्रवार को पटना में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि बिहार में वैश् य समाज की उपजातियों के संगठित नहीं होने के कारण 27 फीसदी आबादी वाला यह समाज राजनीति उपेक्षा का शिकार है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के मंत्रिमंडल में विगत चार वर्षों से वैश्य समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि बिहार के दोनों सदनों को, मिलाकर 28 लोग ही वैश्य समाज के सदस्य हैं, जो 9 प्रतिशत से भी कम है।
श्री जायसवाल ने कहा कि विभिन्न उपजातियों में बंटे वैश्य समाज अपनी एकजुटता कायम करे ताकि वैश्य समाज अपनी खोई हुई राजनीतिक विरासत वापस पा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए शनिवार को पटना के रवींद्र भवन में सुबह 11 बजे वैश्य जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है। इसमें बिहार के वैश्य समाज के त्रिस्तरीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ– साथ लोकसभा, विधान सभा और विधान परिषद के सदस्य व पूर्व सदस्यों के अलावा चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे विभिन्न दलों के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों को सम्मानित किया जाएगा।
वहीं, प्रेस वार्ता को संबंधित करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखिलेश कुमार जायसवाल ने कहा कि आएदिन बिहार में अपराध चरम पर हैं। आपराधिक घटनाओं का शिकार सबसे ज्यादा वैश्य समाज हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार वैश्य समाज को सुरक्षा प्रदान करे। प्रदेश अध्यक्ष रवि जायसवाल ने कहा कि वैश्य जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह से वैश्य समाज को नई दिशा के साथ नई मजबूती मिलेगी। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने वाले प्रमुख लोगों में शिव गुप्ता,राजकुमार जायसवाल,अमर जायसवाल,अरुण जी,सुनील जी,ज्वाला चौधरी,राजा चौधरी,वीणा मानवी थे।