पटना, (हि.स.)। बिहार सरकार ने राज्य के सत्तारूढ़ महागठबंधन के प्रमुख घटक राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को मिट्टी घोटाला में क्लीन चिट दे दी है।
आधिकारिक सूत्रों बताया कि मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने मिट्टी की खरीद से संबंधित दस्तावेजों की जांच की। सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान किसी भी तरह की अनियमितता का कोई सबूत अभी तक नहीं मिला है और सरकार ने पाया कि बिहार में मिट्टी का कोई घोटाला हीं नहीं हुआ है।
सूत्रों के अनुसार लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी की ओर से लगाये गए आरोपों का सरकार ने संज्ञान लिया जिसके बाद मुख्य सचिव ने आरोपों से जुड़े मामले में राज्य के जंगल विभाग से जानकारी मांगी और जांच के बाद राजद नेता और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी।
सूत्रों ने बताया कि संजय गांधी जैविक उद्द्यान से सटे पटना हवाई अड्डा के रनवे में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए बड़ी संख्या में उद्यान के पेड़ों को या तो काट दिया गया था या फिर उनकी छंटाई की गई थी। सूत्रों ने यह भी बताया कि उद्यान में वर्ष 2012 के बाद से कई पेड़ गिर गए जिसकी जगह पर नए पौधे लगाये जा रहे हैं जिसके लिए मिट्टी खरीदी गई थी।
उल्लेखनीय है कि सुशील कुमार मोदी ने हाल ही में लालू प्रसाद और उनके परिवार पर मिट्टी घोटाले करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राजधानी पटना के बेली रोड पर लालू यादव और उनके परिवार वालों के बन रहे राज्य के सबसे बड़े मॉल के निर्माण के दो अंडरग्राउंड फ्लोर की खुदाई के दौरान में निकली मिट्टी को, अपने बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव के मन्त्रालय के अधीनस्थ संजय गांधी जैविक उद्द्यान को 90 लाख रुपये में, नियमों को ताक पर रखते हुए बेच दिया था।
सूत्रों ने बताया कि मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 90 लाख की नहीं, केवल नौ लाख रुपये की मिट्टी का उद्द्यान में उपयोग हुआ है जिसमें कोई घोटाला नहीं हुआ है। मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि उद्यान में मिट्टी भरने में कुल खर्च 41 लाख खर्च ही हुए हैं।
इस बीच मुख्य सचिव की रिपोर्ट आने के बाद राजद विधायक शक्ति सिंह यादव ने कहा कि सुशील मोदी का झूठ का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने सुशील मोदी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि भाजपा नेता को जनता से माफी मांगनी चाहिए।