पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क।
जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार ने केंद्र और राज्य सरकार पर किसानों को विकास की मुख्य धारा से अलग– थलग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार के बजट में कृषि विकास के लिए मात्र 3 प्रतिशत का बजटीय प्रावधान है। तो केंद्र की मोदी सरकार किसानों से न्यूनतम उत्पादन मूल्य खर्च से डेढ़ गुणा करने के अपने वादे से मुकर गई। वे शुक्रवार को जनतांत्रिक लोकहित पार्टी द्वारा किसानों की दुर्दशा पर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ पटना के गर्दनीबाग में आयोजित राज्य स्तरीय धरने में बोल रहे थे। कुमार ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया नीतीश कुमार ने किसानों को ठगने के लिए दो – दो बार कृषि मैप बनाया। कृषि कैबिनेट बनाकर किसानों को सब्ज बाग दिखाया। मगर इसमें जो 38000 करोड़ का बजटीय प्रावधान किया गया था, वो अज तक नहीं दिया गया। न ही कोई काम किसानों के हित में हुआ।
धरना की अध्यक्षता कर रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने किसानों के हित में जल प्रबंधन और जल संग्रहण की व्यापक नीति बनाने, कृषि एवं इससे संबंधित विभागों का बजट दुगना करने, कृषि रोड मैप 2012-17 पर अमल करने, बंद पड़े सभी नलकूपों को युद्ध स्तर पर चालू करने, टाल दियाराके विकास के लिए अलग विभाग का गठन करने और कृषि उप्ताद के भंडारन एवं खरीदारी समर्थन मूल्य पर सुनिश्चित करने की मांग राज्य सरकार से की है। केंद्र सरकार से किसानों के उत्पाद का समर्थन मूल्य लागत मूल्य का डेढ़ गुणा निर्धारित करने की मांग की है।
धरना का संचालन प्रदेश महासचिव अरूण कुमार सिन्हा ने किया। धरना को वरीय उपाध्यक्ष संजय कुमार मंडल, सुनिल सिंह, ललन सिंह, अनिल कुमार, रामलखन स्वर्णकार, रंजीत कुशवाहा, महासचिव डॉ राकेश रंजन, डॉ मनोज यादव, चक्रवती चौधरी, विनोद भारती, संदीप पटेल, सुनिल पटेल, सचिव मुकेश कुमार सुमन, राममिलन अंशुमाली, मंटू पटेल, विजय पासवान, मो सलाम, और वरीय नेता प्रेम प्रकाश प्रशांत प्रियदर्शी कुशवाहा, शिव कुमार सिंह, भोला सिंह, जगनारायण सिंह, सतीशचंद्र पटेल, अरविंद कुशवाहा, अभिमन्यु कुमार, अरविंद पटेल आदि ने भी संबोधित किया।