बिहार
मोदी के लालू पर आरोप मिथ्या साबित, देना चाहिए उन्हें इस्तीफा:राजद
By Deshwani | Publish Date: 18/4/2017 5:14:53 PMपटना, (हि.स.)। राजद नेता चितरंजन गगन ने मंगलवार को कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा राज्य के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव पर संजय गांधी जैविक उद्यान को मिट्टी बेचने के लगाये गये आरोप गलत साबित हुए हैं।
राजद नेता चितरंजन गगन ने कहा कि सुशील मोदी अब अपने ही बयानों से पलट गए हैं और अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सम्पति की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि मोदी शायद इस बात को भूल रहे हैं कि वे लोग लालू जी की सम्पति की जांच करवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय भी यह मान चुकी है कि लालू जी और उनके परिजनों के पास कोई अवैध सम्पति नहीं है। राजद नेता ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की सभी सम्पति सम्पति ऑन रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि जांच तो उसकी होनी चाहिये जो बेनामी और फर्जी नामों से है। चितरंजन गगन ने कहा कि सुशील मोदी को बताना चाहिए कि उत्कर्ष स्फटिक लिमिटेड द्वारा वैपटिस्ट मशीनरी सोसाईटी की 7.5 एकड़ जमीन किस प्रकार प्राप्त की गई। जमीन के दस्तावेज में खेसरा संख्या क्यों नहीं दिया गया। सुशील मोदी के बेटे का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि जिस लड़के के नाम पर एक मोटरसाईकिल भी नहीं है वह अॉडी और बीएमडब्लू में कैसे घूम रहा है ?
राजद नेता ने व्यग्यात्मक अंदाज में कहा कि राजेन्द्र नगर स्थित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर का मकान और जमीन किसके कब्जे में है ? उन्होंने यह भी जानना चाहा कि 2004 में सुशील मोदी की ओर से दिए गए हलफनामे के अनुसार उनके नाबालिग लड़कों के खाते में लाखों रुपये कैसे आये ? उन्होंने कहा कि सुशील मोदी की पत्नी की डिग्री और नियुक्ति पर सवाल उठ रहे हैं, इसलिए उन्हें वास्तविकता को सार्वजनिक करना चाहिए। राजद नेता ने कहा है कि सुशील मोदी एक सोची-समझी राजनीति के तहत सुर्खियों में बने रहने के लिए लालू प्रसाद यादव पर हमला कर रहे हैं क्योंकि बिहार में भाजपा के अंदर नित्यानंद के नेतृत्व में नई कमिटी के गठन के बाद सुशील मोदी एण्ड कम्पनी का अन्त हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में सुशील मोदी की पहली वाली हैसियत नहीं रही, यहां तक कि भुवनेश्वर में हुये भाजपा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में सुशील मोदी को बोलने का भी अवसर नहीं मिला और न केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा इन्हें कोई तवज्जो मिला।