बिहार
लालू-नीतीश का आरक्षण विरोधी चेहरा उजागरः नंद किशोर यादव
By Deshwani | Publish Date: 15/4/2017 5:49:31 PMबिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकिशोर यादव
पटना, (हि.स.)। बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि पिछड़े वर्ग के आरक्षण विधेयक का राज्य सभा में राजद, जदयू के विरोध ने लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के चाल, चरित्र और चेहरे को बेनकाब कर दिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने शनिवार को यहां यहां कि पिछड़े वर्ग के बीच अपना चेहरा चमकाने के लिए लालू प्रसाद और नीतीश कुमार हिमायती बने फिरते हैं। लेकिन पिछड़े वर्ग के आरक्षण को जब संवैधानिक दर्जा देने का विधेयक राज्य सभा में आया तो उनके दल ने इसका विरोध किया। पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के प्रति दोनों नेता सिर्फ घड़ियाली आंसू बहाते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्रीय सरकार ने सामाजिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़ा वर्ग के लिए आयोग को संवैधानिक दर्जा दने का एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह लोकसभा से पारित हो चुका है। लेकिन राज्यसभा में राजद, जदयू और कांग्रेस सहित सम्पूर्ण विपक्ष ने इस विधेयक का विरोध कर इसे प्रवर समिति को सौंपने की मांग कर दी जिससे यह राज्य सभा में पारित न हो सका ।
यादव ने कहा कि आजादी के बाद संविधान के उद्देश्य एवं अनुच्छेद के अनुरूप कांग्रेस ने अपने शासनकाल में पिछड़े वर्ग के लिए कोई काम नहीं किया था। पिछड़ा वर्ग आयोग को कांग्रेस व यूपीए की सरकार ने कभी संवैधानिक दर्जा देने की पहल ही नहीं की। अब जब एक लंबे समय से अपेक्षित मांग को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शुरूआत की तो लालू-नीतीष समर्थक सांसद राज्य सभा में इसके विरोध में खड़े हो गये। पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के विधेयक का विरोध लालू-नीतीश की आरक्षण-विरोधी नीति दर्शाता है।