पटना, (हि.स.)। बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी के द्वारा लगाए गए घोटाला के आरोपों से भड़के राजद प्रमुख लालू यादव ने पलटवार किया ।
राजद सुप्रीमो ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि सुशील मोदी द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है । उन्होंने कहा कि विपक्ष उनके व परिवार की छवि को खराब करने की लगातार साजिश कर रहा है । मिट्टी घोटाला जांच में झूठ साबित हुआ है और इसका कोई साक्ष्य अभी तक सामने नहीं आया है, उसके बाद भी मोदी मॉल पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
लालू यादव ने कहा कि हम पर रेलवे का होटल बेचने का आरोप लगा है । जनमानस में मेरे और परिवार के छवि को खराब करने की साजिश की जाती है। अटल जी के सरकार में 1999 में आईआरसीटीसी का गठन हुआ| 2008 में भी कुछ नेताओं की तरफ से यह आरोप लगाए गए थे, लेकिन साक्ष्य के अभाव में उन लोगों को मुंह की खानी पड़ी थी ।
उन्होंने कहा कि जिस जमीन को लेकर इतना हो-हल्ला मचाया जा रहा है, इनकम टैक्स में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने इस जमीन को दिखाया है । उसके बाद यह जमीन तेज और तेजस्वी को बराबर बराबर भाग में बांटा गया है जिससे इन दोनों ने चुनाव में भी अपने हलफनामें में इस इस पोपर्टी को शामिल किया है। मिट्टी घोटाले में मंत्री तेज प्रताप की कोई भूमिका नहीं है, आरोप निराधार है। उहोंने कहा कि डिलाइट कम्पनी का गठन 36 साल पहले हुआ था | यह कम्पनी प्रेम गुप्ता की है। हर मामले में चारा घोटाला का मामला उछालने की बात पर भी लालू ने कहा कि उन्हें इसमें न्यायालय से न्याय मिलने की उम्मीद है।
गौरतलब हो कि सुशील मोदी द्वारा मिट्टी व जमीन घोटाला के आरोप लगाए जाने पर बीते दिन लालू ने कहा था कि वे समय आने पर अपना मुंह खोलेंगे। पटना के सगुना मोड़ पर निर्माणाधीन मॉल की जमीन से मिट्टी निकालकर उसे चिडि़याघर में अवैध तरीके से बेचने के आरोपों को भी लालू ने बेबुनियाद बताया।