पटना
बिहार को मिले सवा लाख करोड़ रुपये का विशेष पैकेज : पप्पू यादव
By Deshwani | Publish Date: 9/2/2018 7:56:40 PMपटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने केंद्र सरकार से बिहार के लिए सवा लाख करोड़ के विशेष पैकेज की मांग की है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अब केंद्र और राज्य दोनों जगह एनडीए की सरकार है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बिहार के लिए विशेष पैकेज के तहत घोषित राशि जारी कर देना चाहिए।
श्री यादव ने देशभर में किसानों की बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि किसानों की आर्थिक समृद्धि के दावे निराधार साबित हो रहे हैं। सरकार कहती है कि किसानों के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं, कल्याण के लिए नयी नीति बनायी जा रही है। इसके बावजूद में देश में किसानों की आत्महत्या की दर में इजाफा ही हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि आधारित सभी उद्योग बंद हो गये। मधेपुरा का अमूल फैक्ट्री बंद है। 22 चीनी मिलें बंद हैं। जूट मिल बंद है। ऐसे में सरकार के कृषि आधारित उद्योग की बात ही बेमानी है।
केंद्रीय बजट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बजट आम आदमी के विकास के लिए होता है, उसके सरोकार के लिए होता है। जिदंगी की तरक्की के संकल्पों के लिए होता है, लेकिन वर्तमान बजट में न आम आदमी की तरक्की का संकल्प दिखता है और न विकास की दूरगामी रणनीति दिखती है। श्री यादव ने कहा कि बजट में फरक्का और भीमनगर प्रोजेक्ट की कोई चर्चा नहीं है। नदियों में विकराल होती गाद की समस्या की चर्चा नहीं है। टाल और दियारा के विकास की बात नहीं की गयी है।
उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम का लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। योजना की राशि नेता, पदाधिकारी, बिचौलिये और दलालों की जेब में चली जा रही है। खेलो इंडिया में हॉकी और फुटबॉल को प्रोत्साहित करने की कोई योजना नहीं है। खेलो इंडिया के तहत कुश्ती को भी प्रमोट किये जाने की जरूरत है। सांसद ने कहा कि बिहार में मुखिया के अधिकारों की कटौती की जा रही है। इससे पंचायती राज व्यवस्था की विकास योजनाओं में बाधा आ रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को समाप्त कर देना चाहिए। यह मेडिकल माफिया को बढ़ावा देता है। श्री यादव ने कहा कि स्कूलों में न शिक्षक हैं और न अस्पताल में डॉक्टर हैं। जबकि आज योग्य शिक्षक, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की जरूरत है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता है। समान और अनिवार्य शिक्षा की जरूरत है। इसी से समाज में बदलाव आयेगा और व्यवस्था के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ेगा।