पटना
न्याय यात्रा के जरिए पार्टी को टूटने से बचाने की कोशिश कर रहा राजद – भाजपा
By Deshwani | Publish Date: 31/1/2018 8:04:43 PM पटना ( हि स )। राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) की प्रस्तावित न्याय यात्रा को पार्टी में टूट को बचाने की कोशिश ठहराते हुए भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने बुधवार को कहा कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की राजनीति के भ्रष्टाचार और परिवार पर केन्द्रित हो जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
भाजपा प्रवक्ता तथा पूर्व विधायक राजीव रंजन ने यहाँ कहा कि एक समय था जब बिहार और केंद्र में लालू यादव की तूती बोलती थी और सत्ता जाने के बाद भी उनके कार्यकर्ताओं की संख्या में कुछ खास कमी नही आयी थी। उन्होंने कहा कि लालू यादव की राजनीति पूरी तरह से भ्रष्टाचार और परिवार पर केन्द्रित हो जाने के कारण सबसे पहले इसका असर उनके जनाधार पर पड़ा और बाद में समर्थकों पर।
भाजपा नेता ने कहा कि एक तरफ अपने भ्रष्टाचार की वजह से लालू यादव तीसरी बार जेल में हैं दूसरी तरफ उनकी पार्टी लालू यादव के बेटों और परिवार की परिक्रमा करने वाले चंद लोगों के हाथ में फंस कर रह गयी है। उन्होंने कहा कि इसी वजह से राजद का भला चाहने वाले पुराने और पार्टी के लिए समर्पित लोगों में असंतोष दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये लोग जानते हैं कि लाख चाहने के बाद भी लिमिटेड कंपनी बन चुकी इस पार्टी को बचाने के लिए वे कुछ नही कर सकते। उन्होंने दावा किया कि ऐसे असंतुष्ट नेता कभी भी पार्टी छोड़ कर जा सकते हैं।
राजीव रंजन ने आरोप लगाया कि अपने दल के इन असंतुष्ट लोगों का ध्यान मुख्य मुद्दे से भटकाने के लिए लालू यादव के पुत्र न्याय यात्रा निकालने का पाखंड कर रहे हैं अन्यथा न्यायालय के फैसले के बावजूद इस यात्रा का कोई औचित्य नही। उन्होंने कहा कि आम जनता संविधान और न्यायालय में पूर्ण आस्था रखती है और उन पर इस तरह के आडंबरों का कोई प्रभाव नही पड़ेगा।
कांग्रेस की आलोचना करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि इन सबके बीच सबसे बुरी स्थिति कांग्रेस की है। कांग्रेस के नेताओं ने पार्टी की ऐसी दुर्गति की है कि राजद के भरोसे ही कांग्रेस राजनीति करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि भले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे-लंबे भाषण दें लेकिन शायद बिहार के नेताओं के आगे उनकी भी नही चलती, अन्यथा लालू यादव को तीसरी बार न्यायालय द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद भी कांग्रेस राजद की पिछलग्गू नही बनी होती। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बिहार में अस्तित्व बचाने के लिए अपने नेताओं की तरफ से आंखे मूंदने के लिए लाचार हैं क्योंकि उन्हें पता है कि अगर यहाँ के कांग्रेसियों के खिलाफ वह कोई निर्णय लिया गया तो बिहार में कांग्रेस का नामो निशान मिट जाएगा।