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पटना
नेतृत्व संकट से जूझते हुए राजद दिशाहीन : राजीव रंजन
By Deshwani | Publish Date: 23/1/2018 6:10:09 PM
नेतृत्व संकट से जूझते हुए राजद दिशाहीन : राजीव रंजन

पटना (हि.स.)। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में नेतृत्व का गंभीर संकट होने की बात कही है। इसके साथ ही इसका कारण भी उन्होंने खुद राजद सुप्रीमो लालू यादव को बताया है। उन्होंने कहा कि वंशवाद के कारण लालू यादव ने राजद में दूसरे नेताओं को कभी उभरने नहीं दिया, इसी वजह से भले ही राजद लाख नकारे, लेकिन उनकी पार्टी आज नेतृत्व संकट से जूझते हुए पूरी तरह दिशाहीन हो चुकी है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रंजन ने कहा कि लालू की स्थिति इस समय भले खराब हो, लेकिन एक समय था जब सभी पिछड़े और दलित उनको अपना मसीहा समझते थे। आज राजद की वर्तमान स्थिति को देखते हुए आम जनता के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। लोग सोच रहे हैं कि आज जब खुद लालू अपनी पूरी कोशिशों के बावजूद अपना जनाधार बचाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं, तो उनके बेटे कैसे सफल हो पाएंगे?
रंजन ने आगे कहा कि राजद के लोग इस उम्मीद में हैं कि लालू यादव को बेल मिल जाने के बाद उनकी पार्टी फिर से ढर्रे पर आ जाएगी। कानूनविदों की मानें तो उन्हें इस बार जमानत मिलना बहुत ही मुश्किल है, क्योंकि जिस व्यक्ति को बार-बार सजा सुनाई जाती है, वह कानून की नजरों में आदतन अपराधी मान लिया जाता है और उसे जमानत न देने का यह एक बड़ा आधार बन जाता है।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि लालू की समस्या यहीं तक सीमित नहीं है। उनके खिलाफ चारा घोटाले के अन्य मामले भी चल रहे हैं, कुछ मामले रांची की अदालतों में हैं तो एक मामला पटना की अदालत में भी है। रांची में चल रहे कुछ मामलों की सुनवाई करीब-करीब पूरी हो चुकी है जिनका फैसला जल्द ही आने वाला है। चूंकि उन मामलों में भी सबूत और तर्क लगभग वही हैं, जो पहले के दो मामलों के थे। कानून के जानकारों का मानना है कि उन मामलों में भी उनको सजा हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर लालू को उन मामलों में भी सजा हो गई तो राजद में टूट निश्चित है।

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