पटना (ही स)- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बड़ी ही संजीदगी से जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू कश्मीर के माहौल को बेहतर बनाया, जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में देश विदेश के लोग जम्मू-कश्मीर वापस आने लगे थे।
जम्मू-कश्मीर सरकार की और से प्रथम मुफ्ती मोहम्मद सईद अवार्ड फार ‘‘प्रोबिटी इन पालिटिक्स एण्ड पब्लिक लाइफ’’ से जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एस0एन0 वोहरा द्वारा सम्मानित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर में कहा कि राजनीतिक राग द्वेष भुला कर मुफ़्ती मोहम्मद सईद सबों से बड़ी ही गर्मजोशी और प्यार से मिला करते थे। सम्मान समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की स्मृति में नये कार्यक्रम की शुरुआत करने के लियी धन्यवाद दिया और इस सम्मान के लिए उनके चयन के लिये आभार व्यक्त किया।
मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र की वी0पी0 सिंह की सरकार में दोनों को एक साथ काम करने का अवसर मिला था। पोलिटिकल पार्टी के रूप में गठित जनता दल में भी उनकी अहम भूमिका थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की एन डी ए की सरकार में रल मंत्री रहते हुए जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, कटरा, काजेपुर, बारामुला में प्रस्तावित रेल परियोजनाओं की गलतफहमियों को दूर कर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया। कटरा से काजीपुर के बीच रेल के निर्माण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहाँ जिस प्रकार का वह स्ट्रक्चर है, जितने टनल और जितने पुल हैं तथा जितनी कठिनाईयाँ थीं वैसी रेलवे के पूरे देश में नहीं है। मुफ़्ती मोहम्मद सईद से उनके मुख्यमंत्रित्व काल में जम्मू कश्मीर में हुई अपनी मुलाक़ात की चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने रेलवे के बन रहे बड़े नेटवर्क के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे शीघ्र पूरा करने कि सलाह दी थी 1 उन्होंने कहा कि मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने कश्मीर घाटी में भी रेललाइन को शुरू करने की बात कही थी।
नीतीश कुमार ने बिहार से मुफ्ती मोहम्मद सईद के स्नेह प्रेम और लगाव का उल्लेख करते हुए कहा कि उन के पुत्री और जम्मू कश्मीर कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ऐसा ही लगाव् बिहार के साथ प्रकट किया है।
बिहार के विकास के लिए किये गये प्रयासों की चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के बारे में लोगों की धारणा अब बदल गयी है। न्याय के साथ विकास के अपने संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में उनकी सरकार राज्य के पर्यावरण, , पुरानी आर्किओलोजी , सामाजिक प्रेम, भाईचारा और सद्भाव का पूरा – पूरा ध्यान रखती है।
बिहार में क़ानून का राज स्थापित किये जाने का दावा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सर्वधर्म समभाव के पथ पर आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में सिक्खों के दसवें गुरु गुरू गोविन्द सिंह के ३५० वें जन्म दिवस के अवसर पर पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय ख्याति का प्रकाश पर्व पूरे राज्य में मनाया गया था जिसमें देश विदेश के सिक्ख श्रधालुओं ने भाग लिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ-साथ समाज सुधार पर भी उनकी सरकार ध्यान दे रही है और इस क्रम में शराबबंदी के बाद बाल विवाह और दहेज प्रथा के विरूद्ध अभियान चल रहा है।
महात्मा गाँधी के चम्पारण सत्याग्रह के 100वें वर्ष के उपलक्ष में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि धरती आपकी जरूरत पूरा करने में सक्षम है न कि आपके लालच को।
राजनीति और सत्ता में पारदर्शिता के महत्व को रेखांकित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि म्फ्ती मोहम्मद सईद भी पारदर्शिता में विश्वास रखते थे और यह सुकह्द संयोग है कि देश में पहली बार मुस्लिम समुदाय से कोई नेता गृह मंत्री बना तो वे मुफ्ती मोहम्मद सईद ही थे 1 जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुये मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने हमेशा प्रेम और सद्भाव का संदेश दिया और उनका मानना था कि झगड़ा से नहीं बल्कि प्रेम और बातचीत के जरिये समस्याओं का हल निकल सकता है।
आज मिले अपने सम्मान के लिए नीतीश कुमार ने अपने मन्त्रिमंडल और बिहार की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सब उनके सहयोग से ही संभव हुआ है 1 उन्होंने कहा कि यह सम्मान पूरे बिहार की जनता का सम्मान है। असंगठित मजदूरों के लिये जम्मू कश्मीर सरकार की और से किये जा रहे कार्यों की नीतीश कुमार ने सराहना की 1