बिहार के मुख्यमंत्री बैंकों के रवैये से नाराज,स्टूडेंट कार्ड योजना को लेकर वित्त निगम बनायेगी सरकार
पटना, (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 4 लाख रुपये का मुहैया कराने की योजना के प्रति बैंकों के उदासीन एवं असहयोग को देखते हुए राज्य सरकार के लिए इसी काम के लिए एक वित्त निगम बनाकर 12वीं के बाद पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को चार लाख रुपये का ऋण देगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ऋण लौटाने की सरकारी गारंटी देने के बावजूद बैंकों का सहयोग नहीं मिला ।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को तीसरे चरण में जिलावार समीक्षा यात्रा के सिलसिले में पौल जिले के राघोपुर प्रखंड के सिमराही में आमसभा को संबोधित कर रहे थे। पहले उन्होंने राघोपुर गाँव के वार्ड संख्या- 4 का भ्रमण कर सात निश्चय एवं अन्य विकासात्मक योजनाओं के तहत चल रहे कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने रिमोट के जरिये 304 करोड़ रुपये की लागत वाली 198 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने बैंकों के रवैये पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि हमारी अपेक्षा के अनुरुप बैंक काम नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की कि आप अपने बेटा-बेटी को जितना ज्यादा पढ़ाना चाहते हैं, आप पढ़ाइए, चिंता मत करिए क्योंकि राज्य सरकार मदद देगी। उन्होंने कहा कि जो छात्रवृत्ति योजना चल रही है, वह यथावत जारी रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2008 में आई कोसी त्रासदी की चर्चा करते हुए कि लाखों लोग बेघर हुये थे। हमने राहत कार्य चलाया, जो संभव था किया। जिस बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ था, उसके एवज में केंद्र से सहायता नहीं मिली। इसके बावजूद हमने इंतजार नहीं किया और विश्व बैंक से कर्ज लेकर हरसंभव कोशिश की और प्रभावित लोगों को मदद पहुंचाई।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में मौजूद लोगों को हाथ उठाकर 21 जनवरी 2018 को बाल विवाह दहेज प्रथा के खिलाफ बनने वाली मानव श्रृंखला के लिये संकल्प दिलाते हुए कहा कि आप सभी सूर्य के समक्ष हाथ उठाकर संकल्प लिए हैं, जिन पर पूरी पृथ्वी और सारी सृष्टि टिकी हुई है। मानव श्रृंखला में एक दूसरे का हाथ पकड़कर अपनी भावना का प्रकटीकरण कीजिएगा। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बनने वाली मानव श्रृंखला में शामिल होेने वालों का पिछला रिकार्ड तोड़ना है ताकि देश के लिए बिहार एक उदाहरण बने।
जनसभा संबोधन के बाद बिहार विधान परिषद के उप सभापति मो0 हारुन रशीद और सुपौल जिला अधिकारी ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंट किया। जनसभा को मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन तथा ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री सह सुपौल जिला के प्रभारी मंत्रीरमेश ऋषिदेव, विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, विधायक नीरज कुमार बबलू, विधायक बीमा भारती, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा और पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर ने भी संबोधित किया।