ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
पटना
दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या के मामले में बिहार दूसरे स्थान पर – नीतीश कुमार
By Deshwani | Publish Date: 4/1/2018 8:52:32 PM
दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या के मामले में बिहार दूसरे स्थान पर – नीतीश कुमार

पटना (हि.स.) । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद बिहार दूसरे स्थान पर है और यहाँ इस तरह के अपराध अभी भी बहुत हो रहे हैं। 

 
समीक्षा यात्रा के तीसरे चरण की शुरुआत करते हुए नीतीश कुमार ने मधेपुरा में कहा कि दहेज उत्पीड़न और दहेज हत्या जैसे अपराध का होना अत्यंत शर्मनाक और समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। समाज को दहेज और बाल विवाह मुक्त करने का संकल्प दोहराते हुए उन्होंने आम लोगों से भी इण सामाजित कुरीतियों से दूर रहने का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर लोग संकल्प ले लें कि जो लोग अपने बच्चों की शादी दहेज लेकर कर रहे हैं, उनके विवाह समारोह में शामिल नहीं होंगे तो वह बदनामी और शिकायत के डर से दहेज लेना बंद कर देगा। यदि लोगों ने ऐसा करना शुरू कर दिया तो यकीनन दहेज प्रथा से समाज को छुटकारा मिल जाएगा ।
 
नीतीश कुमार ने कहा कि पहले चंद संपन्न परिवारों में दहेज प्रथा प्रचलित थी, जो फैलकर अब गरीब-गुरबों तक आ गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दहेज प्रथा और बाल विवाह दोनों एक दूसरे से जुड़ा हुआ है क्योंकि दहेज के कारण अधिकांश परिवार अपनी बेटी की शादी छोटी उम्र में ही कर देते हैं क्योकि अगर बेटी बड़ी हो गई तो दहेज ज्यादा देना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि इस कुप्रथा का दुष्परिणाम स्वास्थ्य से लेकर अगली पीढी के बौद्धिक विकास तक पर पड़ता है । 
 
अपराध की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पूरे देश के अपराध के ग्राफ को देखें तो बिहार में अपराध में काफी कमी आई है, महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी कमी हुई है 1 अपराध के मामले में पूरे देश में बिहार 22वें स्थान पर है 
 
मुख्यमंत्री ने न्याय के साथ विकास के अपने लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि इसके साथ साथ समाज में सुधार भी लाना है, जिसके लिए निरंतर सशक्त अभियान भी चलाया जा रहा है। शराबबंदी और नशामुक्ति के बाद अब दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ पूरे बिहार में सशक्त अभियान चलाया जा रहा है 1 जनसभा में मौजूद लोगों को हाथ उठाकर दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ 21 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में बड़ी संख्या में शामिल होने का संकल्प दिलाया 1 
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर पूरे बिहार में शराबबंदी लागू की गई लेकिन अब भी कुछ सिरफिरे लोग शराब के धंधे में और उसका सेवन करने में लगे हैं जिनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई भी हो रही है 1 शराबबंदी की सफलता के लिए जन सहयोग की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस तंत्र को विकसित किया जा रहा है और बुधवार को समीक्षा बैठक में यह तय किया गया कि एक घंटे के अंदर कहीं से भी इस संबंध में कोई सूचना – शराब का अवैध कारोबार करने या उसका सेवन करने को लेकर आती है तो वहां पुलिस के अधिकारी पहुंचकर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्ण शराबबंदी से पूरे बिहार में बहुत अच्छा वातावरण बना है। घरों में शुख शान्ति और खुश्हाली लौटी है और जो लोग शराब में पैसे गंवा दिया करते थे, अब परिवार की बेहतरी और भरण पोशण में उन पैसों का इस्तेमाल हो रहा है।
 
महिला सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की सभी नियुक्तियों में महिलाओं को 35 प्रतिषत आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। इसके साथ-साथ बिहार में पंचायती राज और नगर निकायों के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया, जिसके फलस्वरूप 50 प्रतिशत से भी ज्यादा महिलाएं जीत कर आईं हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और उनका आत्मबल बढाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा रहा है और अब तक आठ लाख स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है, जबकि हमारा लक्ष्य दस लाख स्वयं सहायता समूह बनाने की है।
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS