ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
पटना
शिवांनद तिवारी ने कहा कि अवमानना नोटिस का खुद जबाव दूंगा
By Deshwani | Publish Date: 3/1/2018 7:04:55 PM
शिवांनद तिवारी ने कहा कि अवमानना नोटिस का खुद जबाव दूंगा

 पटना, (हि.स.)। राष्ट्र्र्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि चारा घोटाला मामले की सुनवाई कर रही रांची की सीबीआई की विशेष अदालत में 23 जनवरी को वे खुद उपस्थित होकर अवमानना नोटिस का जबाव देंगे। खुद बहस करेंगे। किसी वकील की मदद नहीं लेंगे। अदालत को मेरे बयान से लगता है कि मैंने अवमानना की है तो मैं उसका सामना करुंगा। पर सच कहने से पीछे नहीं हटूंगा। 

श्री तिवारी ने बुधवार को यहां बातचीत में कहा कि वे अभी भी मानते हैं कि लालू प्रसाद राजनीतिक पूर्वाग्रह एवं सामाजिक दुराग्रह के शिकार बने हैं । चारा घोटाला मामले में लालू साजिश के शिकार बने हैं । इस मामले में​ बिहार का कोई भी राजनीतिक दल या उसके नेता दूध का धुला नहीं हैं।
 
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि वे खुद चुप रहकर जिस तरह लालू सरीखे राजनीतिक प्रति​द्वंद्वियों को समर्थकों से गाली सुनवाते हैं वह निंदनीय है। हाल तक सुशील मोदी को जदयू प्रवक्ता संजय सिंह से गाली सुनवा रहे थे। नीतीश कहते थे कि वे सुशील मोदी का बयान पढ़ते तक नहीं हैं । उनके लिए संजय सिंह काफी है। उन्होंने कहा यह नीतीश कुमार के सोच को दर्शाता है।
 
श्री तिवारी ने कहा कि न्यायपालिका में विशेषकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति में आरक्षण लागू हुए बगैर वंचित समाज को उचित न्याय नहीं मिल पायेगा। एक ही मामले मेें एक को वेल और एक को जेल होगा तब समाज उसे किस आईने से देखेगा? उन्होंने कहा ​कि वे न्यायपालिका के संबंध में वही बात कह रहे है जो संसद की करिया मुंडा समिति,जस्टिस भगवती,पूर्व राष्टपति के.आर.नारायणन और मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कही है। सबों की चिंता रही है कि न्यायपालिका में पिछड़े—दलितों का अपेक्षित प्रतिनिधित्व नहीं है।
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS