बिहार
भारत सरकार नहीं सोचेगी तो गंगा की अविरलता समाप्त हो जायेगी:मुख्यमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 1/4/2017 5:42:34 PMप्रतीकात्मक फोटोः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
पटना, (हि.स.)। आईडब्लूएआई ने मुख्यमंत्री के समक्ष ‘जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट’ से संबंधित प्रस्तुतिकरण शनिवार को दिया । मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रस्तुतिकरण के बाद जल संसाधन विभाग द्वारा आईडब्लूएआई के अधिकारियों को बक्सर से फरक्का तक गंगा नदी का हवाई सर्वेक्षण कराया गया ।
आईडब्लूएआई के प्रस्तुतिकरण के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 के विभिन्न पहलुओं की चर्चा की । मुख्यमंत्री ने आईडब्लूएआई के अधिकारियों से कहा कि आप सभी स्वयं जाकर गंगा नदी को बक्सर से फरक्का तक देख लें ताकि आप जमीनी हकीकत से अवगत हो जायें । उन्होंने कहा कि गंगा नदी की चौड़ाई घटती जा रही है, गंगा नदी में निरंतर सिल्ट डिपॉजिशन हो रहा है। जब तक कम्प्रिहेंसिव दृष्टिकोण रखते हुये योजना नहीं बनायी जायेगी, जलमार्ग विकास प्रोजेक्ट सफल नहीं हो पायेगा । उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि जलमार्ग काफी उपयोगी होता है।
उन्होंने कहा कि गंगा नदी के संदर्भ में पानी के बहाव, सिल्ट डिपॉजिशन और सिल्ट मैनेजमेंट पर विशेष बल देना जरूरी है । अगर सिल्ट डिपॉजिशन के बारे में भारत सरकार नहीं सोचेगी तो आने वाले समय में गंगा की अविरलता समाप्त हो जायेगी । उन्होंने कहा कि गंगा नदी को अविरल बनाने के लिये नेशनल सिल्टेशन मैनेजमेंट पॉलिसी बनानी जरूरी है ।
प्रस्तुतिकरण के दौरान जल संसाधन मंत्री राजीव रजंन सिंह उर्फ ललन सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, सहित अन्य वरीय अधिकारी एवं जल संसाधन विभाग के अभियंता उपस्थित थे।