पटना, (हि स )। बिहार में सतारूढ़ जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने नोटबंदी की पहली वर्षगांठ पर विपक्षी दलों द्वारा मनाये जा रहे काला दिवस को ‘बेनामी संपत्ति बचाओ’ दिवस बताते हुए कहा कि इसमें वही दल और लोग शमिल हैं, जिन्होंने कालाधन के जरिये अकूत संपत्ति बनायी है।
संवाददाताओं के साथ बात चीत करते हुए उन्होंने यहाँ कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ऐसे लोगों के मंसूबे पर एकाएक पानी फेर देने के कारण बौखलाये भ्रष्टाचारी नेता अब धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होने कहा कि कांग्रेस और लालू प्रसाद अपने अपने परिवार के विकास की राजनीति करते हैं जबकि भाजपा और नरेन्द्र मोदी देश के गरीबों के विकास की राजनीति करते हैं।
मंगल पांडेय ने लालू परिवार और कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने 60 सालों तक एकपक्षीय हुकूमत चला कर अपना घर भरा जबकि बिहार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद ने 15 वर्षों के शासन के दौरान न सिर्फ अपने बच्चों के नाम अकूत संपत्ति बनायी बल्कि नाते-रिश्तेदारों को भी लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा कि देश में 2.25 लाख फर्जी कंपनिया पकड़ी गई हैं जिनमें सेंपल के तौर पर 5 हजार बेनामी कंपनियों की पहचान हुई है और 17 हजार करोड़ रूपये पकड़ में आयी है।
उन्होंने कहा कि नोद्बंदी का विरोध कर रहे नेताओं ने अपने और अपने समर्थकों द्वारा ऐसी फर्जी कंपनियां बना कर करोड़ों का काला धन जमा कराया गया है और अब जब सुशासन की सरकार ऐसे मामलों पर कार्रवाई कर गरीबों के साथ न्याय कर रही है तो काला धन के समर्थक नेता बौखला गये हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति यह है कि सभी भ्रष्टाचारी सुर में सुर मिला अच्छे काम में गतिरोध पैदा कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर न सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था सुधरी है बल्कि मध्यमवर्गीय लोग और छोटे व्यापारी गदगद हैं। उन्होंने कहा कि विरोध करने वाले चंद लोगों को न तो देश की अर्थव्यवस्था की परवाह है और न ही उन्हें गरीब-गुरबों का विकास पसंद है। उन्होंने किहा कि इसमें शामिल अधिकांश भ्रष्ट नेता कालाधन से बनाये संपत्ति को बचाने के लिए हायतौबा मचाये हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनता ऐसे नेताओं से अच्छी तरह वाकिफ है और कल तक जनता की गाढ़ी कमाई लूटने वाले ऐसे मतलबी नेता जनता की दुहाई देकर जगह-जगह धरना-प्रदर्शन कर आमजन को परेशान कर रहे हैं।