पटना, (हि.स.)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने समस्तीपुर जिला के ताजपुर में शुक्रवार को हुई पुलिस फायरिंग एवं लाठीचार्ज की घटना की कड़ी निन्दा की है तथा पुलिंग में एक युवक की हुई मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पार्टी ने मांग की है कि इस घटना की न्यायिक जांच करायी जाय ताकि घटना के दोषी छूटने न पाये और निर्दोष न फंसे। ताजपुर के कल की हिंसक घटना के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी स्थानीय पुलिस प्रशासन की लापरवाही और अकर्मण्यता को जिम्मेवार मानती है।
पार्टी ने शनिवार को यहां बयान जारी कर कहा है कि बिहार में जब से भाजपा-जदयू-लोजपा की नयी सरकार बनी है, राज्य में अपराध बहुत बढ़ गया है। चोरी, डकैती, लूट, हत्या अपहरण आदि की घटनाओं को अपराधी बेखौफ होकर अंजाम दे रहे हैं। कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज दिखायी नहीं दे रही है। अपराधी बेकाबू हो गए हैं, जिससे आम लोगों में दषहत और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही है।
पार्टी के राज्य सचिवमंडल के सदस्य रामचन्द्र महतो के नेतृत्व में शनिवार को पांच सदस्यों का एक दल ने घटनास्थल का दौरा किया। उस जांच दल में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य प्रयाग चन्द्र मुखिया, समस्तीपुर के जिला सचिव बैद्यनाथ ठाकुर, जिला कार्यकारिणी के सदस्य रामप्रीत पासवान और नौजवान संघ के नेता संजय कुमार शामिल थे।
जांच दल ने स्थानीय लोगों तथा मृतक के परिवार से भेंट की और कल की घटना के कारणों का पता लगाया। जांच दल को बताया गया कि ताजपुर के आसपास के पंचायत में एक सप्ताह के भीतर कई अपराधिक घटनाएं हुई जिनमें हत्या और अपहरण की घटना भी शामिल है। इन घटनाओं को देखते हुए भी स्थानीय पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने में सक्रियता नहीं दिखलाई। 18 अक्टूबर को फिर एक युवक दवा कारोवारी जनार्दन ठाकुर की हत्या अपराधियों ने कर दी। जनार्दन ठाकुर अपनी दुकान ताजपुर से अपनी घर जा रहे थे। 15 अक्टूबर को कुछ अपराधियों ने एक किशोरी का अपहरण कर लिया। अभी तक पुलिस किशोरी को बरामद नहीं कर सकी है। इन सब अपराधिक घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों में पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश था।
जांच दल को स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि पुलिस फायरिंग में मारा गया व्यक्ति एक निर्दोष राहगीर था। लोगों का यह भी आरोप है कि पुलिस इतने गुस्से में थी कि लोगों को खदेड़-खदेड़ कर उसने पीटा। कुछ लोगों को तो पुलिस ने घर में घुस कर पीटा। पुलिस की यह कार्रवाई अत्यन्त ही गंभीर और निन्दनीय है।