ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
इंडो-नेपाल सीमा पर सड़क जिर्णोद्धार के कार्य से भारतीय लोगों में आक्रोश
By Deshwani | Publish Date: 18/3/2017 6:29:29 PM
इंडो-नेपाल सीमा पर सड़क जिर्णोद्धार के कार्य से भारतीय लोगों में आक्रोश

 पटना/ सुपौल । बिहार में सुपौल जिला के कुनौली थानाक्षेत्र अन्तर्गत इंडो-नेपाल के पिलर संख्या 223 से 222 तक नेपाल सरकार द्वारा नो मेंस लैंड के बगल में कराये जा रहे सड़क जिर्णोद्धार का कार्य से भारतीय लोगों मे आक्रोश पनप रहा है । स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क सह बांध के निर्माण से भारतीय भाग में पानी का दबाव बढेगा, भारतीय भाग में काफी क्षति होगी । पंचायत समिति सदस्य वाशीद अहमद ने बताया कि 29 जुलाई को भारत-नेपाल के बीच विवादित मुद्दे पर हुए समझौते के विपरीत सीमा पर सड़क पर मिट्टी जिर्णोद्धार का काम कराया जा रहा है । इंडो-नेपाल सीमा से लगी जिले के कुनौली पंचायत के बाढ़ में टूटे सीमा बांध निर्माण को लेकर पिछले साल सुर्ख़ियों में रहा था । इंडो-नेपाल के नो मेंस लैंड पर होकर तिलयुगा व खारू नदी पिलर संख्या 223 होकर बहती है ।

 इस नदी में नेपाल के दो दर्जन से अधिक नदियों का पानी का बहाव है । 1987 के बाद से इस नदी मे गाद व बालू के भर जाने से नदी का प्राक्रतिक पानी का बहाव बंद हो जाने से इन नदियों का पानी समतल भूमी पर होकर बह रही है । दोनों देशों के लोगों के बीच पानी बहने कि समस्या ही विवाद का कारण बना है । गत वर्ष 23 जुलाई को सीमा बांध टूटने से यहां के तीन पंचायत के लोग व हजारों एकड़ फसल के साथ-साथ करोड़ों की क्षति हुई थी ।जल संसाधन विभाग सीमा बांध बांधने का काम कर रहा था । 28 जुलाई को नेपाल सप्तरी जिला के सीडीओ (डीएम ) सीमा बांध का स्थल जांच करने आये उसी समय नेपाल के तिलाठी गांव के सैकड़ो कि संख्या में आये लोगों ने बांधा हुआ सीमा बांध को फिर से तोड़ दिया । इसकी जानकारी जब कुनौली के लोगों को हुआ तो इधर से भी सैकड़ो कि संख्या में जुटे लोग ने विरोध प्रकट किया। बाद - विवाद मे ही दौनो देशों के लोगों के बीच तीन घंटे तक मार पीट होते रहा । इस मारपीट में दर्जनों लोग घायल हुए ।
 इस घटना के बाद बाद 29 जुलाई को कुनौली कोशी निरीक्षण भवन मे डीएम, एसएसबी 45वीं बटालियन के कमांडेंट, जल संसाधन विभाग के जेईई, नेपाल से सप्तरी के सिडीओ, जल उत्पन प्रकोप के प्रमुख व दौनो देशों के जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में तीन बिन्दुओं पर सहमति बनी । तिलयुगा व खारू नदी का जो पहला अस्तित्व था जो अब समाप्त हो चुका है । जिस कारण विवाद बढ़ रहा है । इसलिए नदी को एक किलोमीटर अप और दो किलोमीटर डाउन नदी का उराही कर दिए जाने से बाढ़ व जल जमाव कि समस्या नहीं रहेगा, जिसका प्रस्ताव भारत सरकार के जल संसाधन के पास लम्बित है । 
इस समस्या को सुलझाने के लिए दोनो देशों के अभियंताओं की पांच सदसीय टीम गठित कर दिया गया और सीमा बांध बांधने पर तत्काल रोक लगा दी गयी और डीएम ने कहा था नेपाल कि समतल भूमी है नेपाल जलग्रहण क्षेत्र भी है बांध नहीं रहने से पानी आयेगा और चला जायेगा । जब तक नदी की उराही नहीं होती तब तक कि बांध नहीं बांधा जायेगा । उसके बाद भी नेपाली भाग मे पिलर संख्या 223 से 222 तक तकरीबन सात फीट ऊंचा करके बांध सह सड़क बनायी जा रही है । 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS