पटना, (हि.स.)। बिहार में चार वर्ष बाद सत्ता में वापसी के बाद भाजपा की प्रदेश कार्य समिति की 6-7 अक्टूबर 2017 को पटना साहिब में बैठक होने जा रही है। 27 वर्षों के बाद पटना साहिब में होने वाली प्रदेश कार्य समिति की बैठक में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक में केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल भाजपा के सभी सात मंत्रियों के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह, बिहार के सभी मंत्री, सांसद एवं विधायक सहित राज्य भर के लगभग पांच सौ पार्टी पदाधिकारियों के शामिल होने की संभावना है।
बिहार के पथ निर्माण मंत्री और पटना साहिब के विधायक नंदकिशोर यादव ने बुधवार को यहां जानकारी दी कि 6 अक्टूबर पूर्वाह्न में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के बाद 3 बजे उद्घाटन सत्र होगा। 7 अक्टूबर को राजनीतिक एवं आर्थिक प्रस्ताव पर चर्चा होने के पश्चात भोजनोपरान्त कार्य समिति की बैठक का समापन होगा।
उन्होंने कहा कि कार्यसमिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से सिद्धि के मंत्र को समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचाने का संकल्प लिया जायेगा। इसके साथ ही सबका साथ-सबका विकास के संदेश को आत्मसात करते हुए गरीब कल्याण और अन्त्योदय की बुनियाद पर भाजपा का नया भारत-संकल्प से सिद्धि को फलीभूत करने की दिशा में कार्यकर्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से जोड़ने का निर्णय होगा।
यादव ने संवाददाताओं को बताया कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की मेजबानी के लिए पटना साहिब के भाजपा कार्यकर्ता तैयार हैं। राजधानी के पूर्वी भाग को झंडा, बैनर व होर्डिंग से पाट दिया गया है। इससे पूर्व 1990 में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक दीवान बहादुर राधाकृष्णन जालान विद्यालय परिसर में हुई थी। 6 और 7 अक्टूबर को पटना सिटी के गांधी सरोवर के सुरम्य तट पर अवस्थित रामदेव महतो सामुदायिक भवन और शहीद घसीटा राम आडिटोरियम में आयोजित बैठक में प्रदेश की बदली राजनीतिक परिस्थितियों में भाजपा कार्यकर्ताओं की बढ़ी जिम्मेदारी के सफल निर्वहन पर विचार होगा। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा सवा तीन वर्षों के भीतर किये गये जन कल्याण और लोकोपकारी कार्यों व निर्धारित नीतियों को गांव-गांव तक प्रचारित-प्रसारित करने के लक्ष्य में हासिल उपलब्धियों को आगे तक पहुंचने की रणनीति का भी निर्धारण होगा।
बिहार में जदयू के साथ सत्ता में भागीदारी मिलने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं में को विभिन्न सरकारी बोर्ड, निगमों, आयोग और विभागीय समितियों में जगह मिलने की उम्मीद जगी है। प्रखंड,जिला और राज्य स्तर पर 20 सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समितियों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाये जाने के भी आसार बढ़े हैं।