पटना। बिहार के मधेपुरा जिले के मुरलीगंज के सिंगियोन तीनकोनमा जेबीसी नहर से 200 से अधिक मवेशियों के शव मिलने से पर्दा उठ गया है। इस मामले ने एसआईटी की टीम ने वीरनगर छर्रापट्टी से मौलाना अबुल कलाम को गिरफ्तार कर लिया है।
अबुल ने पुलिस के समक्ष कबूल किया है कि बकरीद के दिन मवेशियों की कुर्बानी दी थी। इसके लिए गांव के लोगों ने पांच-पांच हजार रुपये की दर से उसे राशि दी थी। जिससे मवेशियों की खरीददारी की थी। मामले में 18 से 20 लोगों की संलिप्तता पाई गई है। सभी की पहचान कर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मालूम हो कि घटना के बाद डीआईजी ने अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की गई थी। टीम में अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, फारबिसगंज डीएसपी अजित कुमार, बनमंखी डीएसपी कुंदन कुमार, मुरलीगंज थानाध्यक्ष राजेश कुमार, भरगामा थानाध्यक्ष विकास कुमार, बनमंखी थानाध्यक्ष शिवशरण कुमार, जानकीनगर थानाध्यक्ष, सदर इंस्पेक्टर ज्योतिष कुमार, बनमंखी इंस्पेक्टर शामिल थे।
टीम लगातार मामले की जांच कर रही थी। इसी दौरान अबुल कलाम नामक व्यक्ति की घटना में संलिप्तता मिली। उसके बाद वीरनगर से उसकी गिरफ्तारी की गई। पूछताछ के दौरान मौलाना अबुल कलाम ने बताया कि वे बनमंखी स्थित दारूल उलूम जकारिया मदरसा का मौलाना हैं। गांव कुछ लोगों ने बकरीद के दिन कुर्बान देने को लेकर उनसे संपर्क किया।
सभी ने पांच-पांच हजार रुपये प्रति मवेशी के दर से रुपये दिए। एक-एक व्यक्ति ने तीन से चार कुर्बानी देने को कहा। करीब एक दर्जन लोगों ने 60-70 मवेशियों की खरीद करवाया गया। उसके बाद दो सितंबर बकरीद के दिन सभी मवेशियों का कुर्बानी दिया गया।
कुर्बानी के बाद सभी मवेशियों का चमड़ा निकलवा लिया गया। इसी दौरान अररिया में मवेशी हत्या को लेकर हंगामा हो गया था। पुलिस छापामारी के भय से ट्रैक्टर से मवेशियों को जेबीसी व बनमंखी नहर में फेंक दिया गया। वहीं चमड़े को गांव में ही छिपा दिया गया।
एएसपी ने बताया कि मवेशी हलाल कांड में 18 से 20 व्यक्ति की संलिप्तता सामने आई है। सभी संलिप्त व्यक्ति की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। गिरफ्तारी को लेकर एसआईटी छापामारी कर रही है।
बता दें कि बकरीद के बाद नहर में 200 से अधिक मवेशियों के शव मिलने से आसपास के लोग आक्रोशित हो गये थे। स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। आसपास के सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।