बिहार
बिहार में बाढ़ राहत में हालात सुधरने के बाद भी कोताही न हो: सीमा
By Deshwani | Publish Date: 30/8/2017 6:19:41 PMपटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सीमा सक्सेना ने बिहार में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की त्वरित रफ्तार और संवेदनशीलता पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह राज्य के 19 ज़िलों में बाढ़ ने भयानक तबाही मचाई है, उसे देखते हुए राहत और बचाव काफी चुनौतीपूर्ण है, इसके बावजूद केंद्र और राज्य सरकारों, आपदा प्रबंधन और सेना व एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमों ने युद्धस्तर पर लगातार काम किया है। सीमा सक्सेना ने कहा कि अब स्थिति में काफी हद तक सुधार है और पिछले 24 घंटों के दौरान किसी भी मौत या अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है, जो राहत की बात है। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग से मिली सूचना का हवाला देते हुए कहा कि अभी भी 116 राहत शिविरों में 1,38,602 बाढ़ प्रभावित व्यक्ति रहने पर मजबूर हैं, जो चिंता की बात है। सीमा सक्सेना ने आगाह किया कि बाढ़ का पानी पूरी तरह उतरने के बाद बीमारियों, महामारी का स्वाभाविक खतरा उत्पन्न हो जाता है, इसलिए शासन-प्रशासन इसकी तैयारी साथ-साथ लेकर चले ताकि जानमाल का और ज्यादा नुकसान नहीं हो सके।
रालोसपा महिला अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में बाढ़ सिर्फ इस साल की नहीं, बल्कि हर साल की एक ऐसी समस्या है, जिसका स्थायी समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने जानकारी दी कि बिहार में बाढ़ की समस्या को लेकर उन्होंने रालोसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी चर्चा की है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि इस मुद्दे पर वो केंद्र सरकार से गंभीरता पूर्वक विचार करने को कहेंगे। सीमा सक्सेना ने कहा कि केंद्र और बिहार की एनडीए सरकारें संवेदनशील हैं और हमारी सरकारों की पूरी कोशिश है कि बाढ़ प्रभावितों को राहत और पुनर्वास में पर्याप्त मदद मिल सके। रालोसपा महिला अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से बाढ़ प्रभावितों की मदद की है, आपदा की इस घड़ी में उनके साथ खड़े रहे हैं, इसके लिए वो बधाई के पात्र हैं। राजनीति जनसेवा का दूसरा नाम है और रालोसपा कार्यकर्ता जनसेवा में प्रतिबद्धता के साथ जुटे हैं।