ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
बिहार
नीतीश-सुमो ने ठुकराई इस्तीफे की मांग, कहा- सीबीआई जांच पर शक है तो कोर्ट जाए​ विपक्ष
By Deshwani | Publish Date: 25/8/2017 6:56:58 PM
नीतीश-सुमो ने ठुकराई इस्तीफे की मांग, कहा- सीबीआई जांच पर शक है तो कोर्ट जाए​ विपक्ष

पटना, (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सृजन घोटाला को लेकर विपक्ष के इस्तीफे की मांग ठुकरा दी है। उन्होंने विधानमंडल के पांच दिनों के मॉनसून सत्र में राजद सदस्यों का आचरण अलोकतांत्रिक, अशोभनीय एवं अमर्यादित है। यह निश्चित तौर पर निंदनीय है।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को चुनौती दी कि सीबीआई जांच पर शक है तो हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाये, हमें कोई एतराज नहीं है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष चोर मचाये शोर की भूमिका में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने विधानसभा में विपक्ष सदस्यों की गैर मौजूदगी में राजद पर हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद हताशा तथा​ निराशा में गलत आचरण कर रहा है। मैं सृजन घोटाला के लिए इस्तीफा क्यों दूं। लालू पर सीबीआई ने केस दर्ज कर दिया तब भी इस्तीफा नहीं दिया था। हमने तो घोटाले का खुलासा किया और तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। विपक्ष की मांग पर सीबीआई की सिफारिश कर दी। केन्द्र सरकार और सीबीआई द्वारा 21 अगस्त को सृजन घोटाले की जांच के लिए अधिसूचना भी जारी कर दिया गया है।
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्पीकर से अनुरोध किया कि सत्र की बैठक के दौरन मुख्यमंत्री और मेरे खिलाफ राजद सदस्यों ने असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया है। यह मान्य परंपरा और नियमों के खिलाफ है। उसे कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए। वहीं, सरकार विपक्ष के हर सवाल का जबाव और इस प्रकरण पर बहस को तैयार रही। पर विपक्ष को इससे मतलब नहीं था। उसका मकसद सिर्फ हंगामा करना और अनर्गल आरोप कराना था। 
विधानसभा में द्वितीय पाली की कार्यवाही का राजद, कांग्रेस और माले के सदस्यों के बहिष्कार के कारण विपक्ष की सीटें खाली पड़ी थी। सत्र के अंतिम दिन गैर सरकारी संकल्पों के निष्पादन के बाद बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गयी। 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS