बिहार
क्रिमीलेयर में पिछड़े और अन्य पिछड़े वर्गों का रखा गया ध्यान: प्रेम रंजन
By Deshwani | Publish Date: 23/8/2017 8:24:24 PMपटना, (हि.स.)। नरेन्द्र मोदी नेतृत्व की भाजपा सरकार ने पिछड़े व अन्य पिछड़े वर्गों के सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन को ध्यान में रखते हुए क्रिमी लेयर में 6 लाख की सालाना आमदनी से बढ़ाकर 8 लाख की आमदनी तक वाले भारत सरकार में अब भारतीय कानून के जरिये सरकारी तथा सार्वजनिक क्षेत्रों की इकाइयों तथा निजी शैक्षिक संस्थानों में पदों तथा सीटों के प्रतिशत को आरक्षित करने की कोटा प्रणाली प्रदान कर दी है।
बुधवार को पार्टी केे प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि पिछड़े और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आयोग बनाकर सांवैधानिक दर्जा प्रदान कर केन्द्र सरकार आत्म सम्मान के साथ सामाजिक और शैक्षिक पिछड़ेपन को दूर करने के लिए कृतसंल्पित है।
सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में 27 प्रतिशत सीटें आरक्षित है। पर सक्षम उम्मीदवार नहीं होने के कारण 12 से 15 प्रतिशत सीटें ही भर पाती थी। क्रिमी लेयर की सीमा 8 लाख करने से सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों की सीटों के लिए योग्य उम्मीदवारों की संख्या बढ़ जायेगी।
केन्द्र सरकार की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की अनुशंसा पर कैबिनेट से मंजूरी देकर सरकारी नौकरियों एवं शिक्षण संस्थानों में पिछड़े व अन्य पिछड़े वर्गों के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे।