ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगातदेश की संस्कृति का प्रसार करने वाले सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर को प्रधामंत्री ने संर्जक पुरस्कार से सम्मानित किया'दंगल' फेम सुहानी भटनागर की प्रेयर मीट में पहुंचीं बबीता फोगाट
पटना
शरद ने क​हा, मेरे बनाये घर को लोग कह रहे उनका नहीं, बाहर करने की हो रही कोशिश
By Deshwani | Publish Date: 19/8/2017 4:47:54 PM
शरद ने क​हा, मेरे बनाये घर को लोग कह रहे उनका नहीं, बाहर करने की हो रही कोशिश

पटना, (हि.स.)। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत का झंडा उठाये शरद यादव ने शनिवार को यहां कहा कि उनके बनाये घर को ही लोग कह रहे हैं कि यह उनका घर नहीं है। हमें जदयू से बाहर करने की कोशिश कर रहे हैं । शरद ने नीतीश कुमार का बिना नाम लिये उन्हें निशाने पर लिया और कहा कि बिहार की जनता ने पांच वर्षों के लिए जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन को जनादेश दिया। इसे बीच में तोड़ दिया गया। यह जनता के साथ विश्वासघात है।
शरद यहां श्रीकृष्ण स्मारक हॉल में अपने समर्थकों के जन अदालत का कहना है महागठबंधन जारी है नाम से आयोजित सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। पूर्व मंत्री रमई राम ने इसकी अध्यक्षता की। यह सम्मेलन जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री आवास में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक के समानांतर आयोजित थी। 
शरद ने कहा कि मैं तो पार्टी और गठबंधन को जोड़ने का हमेशा हिमायती रहा हूं। राजग से अलग होने का भी मैं पक्षधर नहीं था। मैं तो 2015 में विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास से मिली कामयाबी के बाद राष्टीय स्तर पर इसी तरह का प्रयास करता रहा हूं । बिहार में यह कमजोर हो गया है पर राष्ट्रीय स्तर पर 17 अगस्त को साझी विरासत बचाओ सम्मेलन से बड़ी सफलता मिली है। हम तो पुराने जनता दल के साथियों को लेकर बड़ा दल बनाने की कोशिश में थे। मुलायम सिंह के कारण यह कोशिश सफल नहीं हो पायी। नीतीश का खुद भी नाम लेने से परहेज करते हुए उन्होंने केन्द्र सरकार के कामकाज को निशाने पर लिया।
शरद ने कहा कि हमें कोई पद नहीं चाहिए। बिहार में एक ओर सरकारी पार्टी बन गयी तो मजबूत विपक्ष भी चाहिए। मैं उसूलों की लड़ाई लड़ रहा हूं । व्यक्ति विशेष प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री से विरोध नहीं है । नीतियों—कार्यक्रमों को लेकर संघर्ष है। अंग्रेज भारत छोड़ो की लड़ाई हुई पर गरीबी का देश से साथ नहीं छूट पाया। 60 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं । लव जेहाद के नाम पर हत्या और किसानों की आत्महत्या चिंता का विषय है । देश विकट स्थिति में है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS