पटना, (हि.स.)। बिहार मंत्रिमंडल का शनिवार को पहले विस्तार में 26 नये मंत्रियों को शामिल किये जाने के साथ 28 सदस्यीय मंत्रिमंडल हो गया है। अभी और दस मंत्री बनाये जा सकते हैं। भाजपा कोटे से नियुक्त होने के बावजूद मंगलवार पाण्डेय शपथ नहीं लेने के कारण मंत्री बनने से चूक गये। प्रदेश के 38 जिलों से 22 जिलों का ही मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व हो पाया है। अभी 16 जिलों में मंत्री नहीं होने की कमी खलेगी। मंगल पाण्डेय यदि मंत्री पद की शपथ ले लेते तो सीवान जिला का प्रतिनिधित्व हो जाता। विधान परिषद सदस्य मंगल पाडेय सीवान के रहने वाले हैं ।
मंत्रिमंडल में नालंदा जिला का दबदबा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा श्रवण कुमार और नालंदा जिला के रहने वाले हैं । पटना जिला को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और नंद किशोर यादव से प्रतिनिधित्व मिला है | शिवहर, सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, सारण, वैशाली, भागलपुर, शेखपुरा,भोजपुर,अरवल, औरंगाबाद, नवादा और जमुई जिलों का प्रतिनिधित्व नदारद है। किसी सदन का सदस्य रहे बिना मंत्री बने पशुपति कुमार पारस खगड़िया का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक जीवन में जातीयता का बोलवाला होने के मद्देनजर मंत्री बनाने में सामाजिक समीकरण का ध्यान रखा गया है । पर 6 सवर्णों में कायस्थ का प्रतिनिधित्व नदारद है। दो-दो राजपूत, भूमिहार और ब्राहृण जाति के मंत्री बनाये गये हैं । तीन यादव, नीतीश कुमार सहित दो कुर्मी, सुशील कुमार मोदी सहित पांच वैश्य, तीन कुशवाहा, पांच अनुसूचित जाति के और अति पिछड़ी जाति के पांच मंत्री हैं।