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उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए बिहार से छात्रों का पलायन रुकेगा : नीतीश
By Deshwani | Publish Date: 15/7/2017 5:43:39 PM
उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए बिहार से छात्रों का पलायन रुकेगा : नीतीश

पटना,  (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि ​उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए बिहार से बाहर जाने वाले छात्रों का पलायन रोकने के लिए उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में कई नये शिक्षण एवं तकनीकी संस्थान खोले गये हैं।
सभी जिलों में इंजीनियरिंग काॅलेज, सभी अनुमंडलों में आईटीआई, एएनएम स्कूल, सभी जिलों में महिला आईटीआई, पारा मेडिकल काॅलेज, जीएनएम काॅलेज, नयेे मेडिकल काॅलेज, सभी मेडिकल काॅलेजों मेें नर्सिंग काॅलेज की स्थापना की जा रही है। अब इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये छात्रों को जिले के बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी।
शनिवार को यहां ज्ञान भवन, सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में विश्व युवा कौशल दिवस पर बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद वे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब वे केन्द्र सरकार में मंत्री थे तो वे जहां जाते थे वहां बिहार के छात्र उनसे मिलने पहुंच जाते थे। पर अब राज्य में शैक्षणिक संस्थानों के खुलने के बाद शिक्षा के लिये लोग बाहर जाने के लिये मजबूर नहीं होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के विकास के लिये सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। उनके सात निश्चय का पहला निश्चय है आर्थिक हल, युवाओं को बल।
उन्होंने कहा कि इस निश्चय योजना के पांच अवयव हैं। युवाओं को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए आर्थिक मदद के लिये स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड की योजना की शुरुआत की गयी है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बिहार का सकल उपस्थिति 13 प्रतिशत है जिसे आज बढ़ाने की जरूरत है।
इस योजना का दूसरा अवयव है स्वयं सहायता भत्ता का। रोजगार तलाश रहे 20 से 25 साल के युवाओं को मदद के लिये दो साल तक हर माह एक हजार रुपये स्वयं सहायता भत्ता के रूप में दिया जा रहा है। रोजगार के लिए कौशल विकास हेतु कुशल युवा कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। इस योजना के अन्य दो अवयव पर भी काम हो रहा है। मुफ्त वाई-फाई योजना पर भी काम हो रहा है। कई जगहों पर काम हो गया है वहीं बचे सरकारी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में काम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि उद्यमी युवाओं के लिये वेंचर कैपिटल फंड की स्थापना की गयी है ताकि उद्यमी युवाओं को अपना उद्योग स्थापित करने में सहायता दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश में युवाओं की तादाद सबसे ज्यादा है वहीं, बिहार में युवाओं की आबादी सर्वाधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा मेहनती और मेधावी हैं। इसीलिए हमारा लक्ष्य देश के विकास में ज्यादा से ज्यादा योगदान करने का होना चाहिए।
इस अवसर पर मंत्री श्रम संसाधन विजय प्रकाश, मंत्री योजना एवं विकास राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंत्री नगर विकास एवं आवास महेश्वर हजारी, मंत्री उद्योग जयकुमार सिंह, मंत्री समाज कल्याण कुमारी मंजू वर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

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