पटना, (हि.स.)| रेलवे के दो होटलों को निजी हाथों को सौंपने के मामले में सीबीआई द्वारा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी -राबड़ी और पुत्र तेजस्वी को आरोपी बनाने को लेकर सत्तारुढ़ महागठबंधन में शामिल जदयू और राजद के बीच जुबानी जंग गुरुवार को भी जारी रही। वहीं, कांग्रेस महागठबंधन में एकजुटता बनाये रखने के लिए समन्वय समिति बनाये रखने के लिए तीनों दलों के नेताओं का मेलजोल बढ़ाने में लग गयी है।
जदयू की ओर से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से स्वत: इस्तीफा के लिए दबाव को राजद नेता एवं विधायक भाई वीरेन्द्र ने यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि महागठबंधन में 80 विधायकों की सबसे बड़ी पार्टी किसी के कहे मुताबिक नहीं चलेगी। सभी एकजुट हैं । हम जो चाहेंगे वही होगा। किसी के कह देने भर से तेजस्वी का इस्तीफा नहीं देंगे। पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद जो चाहेंगे वहीं होगा।
वहीं, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस्तीफा के बजाय तेजस्वी की सफाई को ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि इससे काम नहीं चलेगा। एफआईआर में दर्ज आरोपों का बिन्दुवार तथ्यों के आधार पर प्रमाणिक जवाब देकर बेदाग साबित करना होगा।
महागठबंधन में रहते राजद विधायक राजबल्लभ यादव और पूर्व सांसद शहाबुदृीन के मामले में राजद ने जिस तरह सहज भाव से नीतीश कुमार का साथ दिया , उसी तरह तेजस्वी मामले में भी अपेक्षा है।
इसी आशय की प्रतिक्रिया जदयू के दूसरे प्रवक्ता राजीव रंजन,अजय आलोक और संजय कुमार सिंह की भी आयी है। उन्होंने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार से जदयू समझौता नहीं करेगा।
इधर, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता एव पूर्व स्पीकर सदानंद सिंह ने महागठबंधन में मौजूदा संकट के समाधान हेतु तीनों दलों के शीर्ष नेताओं को मिल बैठ रास्ता निकालने की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन दलों के नेताओं के बीच संवाद बंद नहीं होना चाहिए। गठबंधन को अटूट बनाये रखने की हरसंभव कोशिश होनी चाहिए।
राजनीतिक गलियारे में 17 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के पहले तेजस्वी का इस्तीफा या उनकी बर्खास्तगी तय मानी जा रही है । इसके पार्टी में एकजुटता दिखाने के लिए राजद की ओर से उसके सभी 12 मंत्रियों की तेजस्वी के समर्थन में सामूहिक इस्तीफा देने की पेशकश किये जाने की तैयारी की चर्चा है।
महागठगबंधन सरकार में राजद कोटे से उप मुख्यमंत्री सहित 12 मंत्री हैं । राजद के मंत्रियों के इस्तीफे की पेशकश संबंधी पत्र लालू सौंपी जायेगी।