पटना, (हि.स.)। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बिहार के पटना स्थित आवास पर छापेमारी के लिए गुरुवार को पटना पहुंचने के बाद सीबीआई की टीम के 25-30 अधिकारियों ने खुद को जींस का कारोबारी बताया था।
आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यहाँ बताया कि सभी अधिकारी गुप्त रूप से राजधानी पटना के एक होटल में रहने के बाद शुक्रवार की सुबह जींस कारोबारी के रूप में ही अपने लिए गाड़ियों की व्यवस्था की। अधिकारियों ने ड्राइवर को होटल से हाई कोर्ट की तरफ चलने को कहा। हाई कोर्ट पहुँचते ही अधिकारियों ने ड्राईवर को लालू यादव के आवास की तरफ चलने का आदेश दिया।
लालू प्रसाद यादव के आवास पर प्रातः छह से सात बजे पहुँचने के बाद सीबीआई के अधिकारियों ने घर में उपस्थित उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, स्वास्थ मंत्री तेज प्रताप यादव और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को अपना परिचय दिया और पूरे घर की तलाशी शुरू कर दी।
सीबीआई के अधिकारियों को आरम्भ में राबड़ी देवी ने अपने आवास की तलाशी लेने से सर्च वारंट के नाम पर रोका, किन्तु बाद में लालू प्रसाद यादव से बातचीत होने के बाद तलाशी शुरू हुई। लालू प्रसाद यादव ने भी कोशिश की कि यह छापेमारी रांची से उनकी वापसी के बाद हो किन्तु सीबीआई के अधिकारियों ने शुक्रवार के सर्च वारंट को होने की उन्हें जानकारी दी जिसके बाद यह रेड आरम्भ हुआ।
उल्लेखनीय है कि करोड़ों रूपये के चारा घोटाला के एक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में शुक्रवार को पेशी के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव् झरखंड के रांची गए हुए थे।
सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने बेडरूम से लेकर बाथरूम तक घर के कोने – कोने की तलाशी ली। तलाशी के दौरान अधिकारियों ने घर के सदस्यों को एक स्थान पर बैठे रहने को कहा।
सूत्रों के अनुसार सीबीआई अधिकारियों ने पहले राबड़ी देवी से कई घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद तेजस्वी यादव से पूछताछ हुई।
सूत्रों ने बताया कि रेड के दौरान सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के घर से कुछ कागजात, कम्प्यूटर और आई पैड जब्त किया। छापेमारी के दौरान किसी को भी अंदर नहीं आने दिया गया।
इस बीच राजगीर में स्वास्थ्य लाभ कर रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुबह सात बजे ही लालू- राबड़ी के निवास पर सीबीआई की छापेमारी की सूचना मिल गई थी।
नियमों और प्रोटोकाल का पालन करते हुए बिहार की पुलिस को सीबीआई की टीम ने अपने ऑपरेशन पर होने की सूचना छापामारी प्रारम्भ करने के कुछ मिनट पूर्व दे दी थी। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पल-पल छापेमारी से सूचना दी जा रही थी।