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बिहार
लालू यादव के ठिकानों पर सीबीआई रेड के बाद तेजस्वी व तेज प्रताप की बर्खास्तगी को ले राजनीति गरमाई
By Deshwani | Publish Date: 7/7/2017 4:15:02 PM
लालू यादव के ठिकानों पर सीबीआई रेड के बाद तेजस्वी व तेज प्रताप की बर्खास्तगी को ले राजनीति गरमाई

पटना, (हि.स.)। देश में अलग-अलग 12 ठिकानों पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार वालों पर चल रही सीबीआई रेड को लेकर उनके मंत्री पुत्रों तेजस्वी यादव तथा तेज प्रताप यादव की मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग के कारण बिहार की राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर बढ़ गई है।
रेलवे टेंडर में हुई गड़बड़ी के मामले में लालू यादव के पटना रांची दिल्ली और पुरी के 12 ठिकानों पर शुक्रवार की सुबह से ही चल रही सीबीआई की छापेमारी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लालू यादव ने चारा घोटाला के एक मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के बाद कहा कि रेलवे निविदा में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
केंद्र की मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए लालू यादव ने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत मोदी सरकार उन्हें फंसा रही है। उन्होंने कहा कि वे मिट्टी में मिल जाएंगे ,लेकिन मोदी को हटा कर दम लेंगे।
इस बीच सीबीआई की रेड को देखते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तथा स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को अविलंब मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की जीवनी परीक्षा है कि वह भ्रष्टाचार में संलिप्त लालू तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव को अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हैं या अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए चुप्पी साधे रहते हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि राजधानी पटना के प्रमुख इलाके में अवैध रूप से अर्जित की गई जमीन पर तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव का 7:30 सौ करोड़ रुपए का माल बन रहा है जिसपर अनियमितताओं को देखते हुए रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि लालू यादव तथा उनके परिवार की 12 संपत्तियां पहले ही जब्त कर ली गई है और अब भ्रष्टाचार से जुड़े अन्य मामलों में सीबीआई ने लालू यादव उनकी पत्नी तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव समेत आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज कर छापेमारी की है।
भ्रष्टाचार धोखाधड़ी तथा जालसाजी के इन मामलों में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव पर अविलंब कार्यवाही करते हुए उन्हें नीतीश कुमार को मंत्रिमंडल से अविलंब बर्खास्त कर देना चाहिए।
इधर राजगीर प्रवास पर गए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की और अधिकारियों परिस्थितियों पर नजर बनाए रखने का आदेश दिया।
अगर सही सारी परिस्थितियों पर नजर रख रहे नीतीश कुमार ने अपने दल के नेताओं तथा प्रवक्ताओं को किसी भी तरह का बयान देने से फिलहाल मना कर दिया है।
जदयू सूत्रों से मिल रही सूचनाओं के अनुसार नीतीश कुमार बिहार की सत्तारुढ़ महागठबंधन के साथ विचार विमर्श कर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के संदर्भ में कोई फैसला ले सकते हैं।
इधर सीबीआई की रेड के कारण संभावित गड़बड़ी की आशंकाओं को देखते हुए राजधानी पटना स्थित जदयू भाजपा तथा राजद कार्यालय के आस-पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इस बीच लालू प्रसाद यादव के पटना स्थित आवास पर जहां सुबह से सन्नाटा पसरा था उनके समर्थकों की भीड़ धीरे-धीरे जुटनी शुरू हो गई है।
लालू प्रसाद यादव के आवास के बाहर राजद के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे ने श्री यादव को गरीबों का मसीहा बताते हुए कहा कि 27 अगस्त को राजधानी पटना में पार्टी की प्रस्तावित भाजपा भगाओ देश बचाओ रैली से घबराकर RSS और भाजपा राजद नेता पर हमले कर रही है।
उन्होंने कहा कि 27 अगस्त को पार्टी की अद्भुत रैली होगी। उन्होंने कहा लालू यादव करोड़ों लोगों की जुबान है और भारतीय जनता पार्टी के कारण देश में उत्पन्न वर्तमान परिस्थिति से देश को मुक्त कराने के लिए भाजपा को उखाड़ फेंका जाएगा।
उधर देश में अलग अलग बारह ठिकानों पर अपने खिलाफ चल रही CBI की रेड की गहमागहमी के बीच लालू यादव झारखंड के रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में करोड़ों रुपए के चारा घोटाले के एक मामले में पेश हुए। उल्लेखनीय है कि लालू यादव के बिहार के मुख्यमंत्री रहते हुए वर्ष 1996 में सरकारी खजाने से फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए निकाल लिए गए थे। चारा घोटाला के इस सिलसिले में सीबीआई ने 44 से अधिक मामला दर्ज किया था। इनमें से एक मामले में लालू प्रसाद पटना की सीबीआई की अदालत में 6 जून को पेश हुए थे।
शुक्रवार को ही सीबीआई की छापेमारी से पहले 16 मई को लालू यादव तथा उनके परिवार के दिल्ली के गुरूग्राम समेत 22 ठिकानों पर बेनामी संपत्ति को लेकर आयकर विभाग ने छापा मारा था।
इस बीच सीबीआई सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने वर्ष 2006 में रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद यादव उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी तथा उनके मंत्री पुत्रों के अलावा अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। लालू यादव पर रेल मंत्री रहते हुए रांची और पूरी में होटल बनाने के लिए जारी टेंडर में धांधली करने का आरोप है।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि लालू राबड़ी के पटना स्थित सरकारी आवास पर सीबीआई की टीम के लगभग 25 अधिकारी शुक्रवार की सुबह। छापेमारी को देखते हुए लालू राबड़ी के आवास पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया और गेट के अंदर किसी भी नेता को प्रवेश नहीं करने दिया गया। 10 सर्कुलर रोड की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को भी सील कर दिया गया था।
राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी ने शिवानंद तिवारी ने कुछ संवाददाताओं से कहा कि जिस तरह लालू प्रसाद यादव केंद्र की मोदी की सरकार को चुनौतियां दे रहे थे उससे ऐसा लग रहा था कि उनके खिलाफ ऐसी कार्यवायी होनी ही थी। उन्होंने केंद्र सरकार पर सीबीआई तथा अन्य जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि 5 जुलाई को राजद के 21 वें स्थापना दिवस के मौके पर लालू प्रसाद यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि 27 अगस्त को पटना में होने वाली 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ' रैली से पूर्व उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। लालू यादव ने अपने हर एक कार्यकर्ताओं को ऐसी स्थिति में लालू बनने का आह्वान किया था। लालू प्रसाद यादव ने देश में अघोषित आपातकाल थोपनेे का भी केंद्र पर आरोप लगाया था।
इस बीच भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2006 में झारखंड के रांची और उड़ीसा के पुरी स्थित रेलवे के दो होटलों के बदले हर्ष कोचर से 200 करोड़ रुपए की बेनामी जमीन पटना में डिलाईट मार्केटिंग कंपनी के नाम से ली थी। उन्होंने कहा कि टेंडर में कोचर को रांची और पुरी में होटल दिए जाने के बदले जमीन लेने का मामला प्रकाश में आते ही सीबीआई ने अपनी जांच प्रारंभ कर दी। जांच के क्रम में कई अन्य मामलों का अभी पता चला जिसके बाद शुक्रवार को सीबीआई ने लालू यादव के 12 ठिकानों पर छापेमारी की।
सीबीआई से मिली सूचना के अनुसार जांच एजेंसी रांची के बीएन आर चाणक्य होटल में छापा मारकर कई कागजात जब्त किए जिसकी जांच चल रही है। पुरी स्थित होटल पर छापेमारी जारी है।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि इन 6 बीमारियों को ध्यान में रखते हुए लालू राबड़ी के पटना स्थित आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की रेड के आलोक में पूरे बिहार में अलर्ट जारी किया गया है और सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहते हुए पल-पल की घटनाओं पर बारीकी से नजर रखने का निर्देश दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर चल रही सीबीआई की रेड से राजद कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ सकता है जिसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन पहले से ही सतर्क है।
 

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