बिहार
राष्ट्रपति चुनाव: राजद पर हमलावर बना जदयू, पार्टी नेताओं को निकालने की मांग
By Deshwani | Publish Date: 26/6/2017 6:53:31 PMपटना, (हि.स.)। राष्ट्रपति चुनाव में राजग प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को जदयू के समर्थन को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ जदयू-राजद-कांग्रेस महागठबंधन में छिड़ी जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार को जदयू भी हमलावर हो गया। नीतीश पर हमला बोलने वाले राजद नेताओं को जदयू ने पार्टी से निकालने की मांग की।
जदयू के चार प्रवक्ताओं ने अलग-अलग राजद पर हमला बोला। संजय सिंह ने नीतीश कुमार के खिलाफ बयान देने वाले राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह और विधायक भाई वीरेन्द्र को पार्टी से निकालने की समय सीमा तय करने मांग की और कहा कि सफाई देने से काम नहीं चलेगा। वहीं प्रवक्ता अजय आलोक ने अमर्यादित टिप्पणी करने वाले बड़बोले नेताओं पर कार्रवाई की मांग की ।
पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार की करिश्मााई छवि से महागठबंधन को जीत मिली है। नीतीश ने बिहार में भाजपा को सत्ता में आने से रोका है। सत्ता वापसी के लिए राजद को नीतीश ने ही सहारा दिया है। लक्ष्मण रेखा पार करने वाले राजद के नेताओं को जदयू बर्दाश्त नहीं करेगा। प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि राजद की राजनीतिक प्राणरक्षा के लिए जदयू ने उसे जनादेश का जड़ी बूटी उपलब्ध कराया है। सच का एहसास करना श्रेस्यकर होगा।
उल्लेखनीय है कि रामनाथ कोविंद को जदयू के समर्थन दिये जाने पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा जदयू अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्णय को ऐतिहासिक भूल कहा था।
इसके बाद राजद के कई नेताओं द्वारा सीधे नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया। राजद उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार जनादेश का अपमान,धर्मनिरेक्षता की राजनीतिक लड़ाई को कमजोर और गठबंधन धर्म के खिलाफ काम कर रहे हैं । वहीं विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा था कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं। नीतीश द्वारा जब विपक्ष की ओर से हारने के लिए मीरा कुमार को प्रत्याशी बनाने की बात की तब लालू के बेटे एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पहली बार नीतीश पर यह कहते हुए पलटवार किया कि चुनाव लड़ने के पहले किसी की हार तय कहना उचित नहीं है। यह लड़ाई हारने-जीतने की नहीं बल्कि विचारधारा की है।