पटना,(हि.स.)। यूपी के सीएम योगी के बिहार दौरे को लेकर सीएम नीतीश जी के बयान पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता तथा इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा है कि नीतीश जी और महागठबंधन के अन्य नेता यूपी के विकास की चिंता छोड़ बिहार के विकास पर ध्यान दें। जितनी मेहनत नीतीश जी और उनके नेता महज 100 दिन की यूपी सरकार को सरकार चलाने का ज्ञान देने में लगा रहे हैं, अगर उतनी मेहनत वह बिहार के बढ़ते अपराध, शिक्षा के गिरते स्तर, बिहार की बढ़ती बेरोजगारी, यहां के किसानों पर ध्यान देने में लगाते तो बिहार का कल्याण हो गया होता।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने सत्ता में आते ही किसानों का कर्ज माफ़ किया, वहीं भाजपा शासित अन्य राज्य भी किसानों के हित में उनका कर्ज माफ़ कर रहे हैं । उन्होंने नीतीश से पूछा कि वह बिहार के किसानों का कर्ज कब माफ़ कर रहे हैं ? उन्होंने कहा कि आज इनके कारण पूरे देश में सोशल मीडिया पर बिहार और बिहारियों का मजाक उड़ रहा है, टॉपर घोटाले को लेकर व्हाटसएप्प और फेसबुक पर तरह तरह के चुटकुले चल रहे हैं, लेकिन इनके नेताओं को खोखली बयानबाजी करने से फुर्सत नहीं हैं।
इसके अलावा धारावाहिक की तर्ज पर महागठबंधन के इनके सहयोगी लालू यादव और उनके परिवार द्वारा किए घोटालों के नित नए ख़ुलासे से राज्य के बाहर रह रहे बिहारी फिर से सिर झुकाने को विवश हो रहे हैं।
रंजन ने कहा “ नीतीश कुमार जी हमेशा यह कहते हैं कि वह जो कहते हैं वह करते हैं। तो भाजपा गठबंधन के समय भ्रष्टाचारियों के लिए स्पीडी ट्रायल कर उनकी संपति जब्त कर उसमें स्कूल खोलने का एक कानून बना था, उसके तहत वह लालू जी और उनके परिवार का स्पीडी ट्रायल कर उनकी संपत्तियो को जब्त कर उन स्कूल कब खोल रहे हैं ?
कुछ दिनों पहले फिर चुनाव करने को ले नीतीश द्वारा भाजपा को दी गयी चुनौती पर रंजन ने कहा,' नीतीश कुमार ने चंद दिनों पहले भाजपा को यूपी बिहार में फिर चुनाव को लेकर चुनौती थी जिसे हमारे पार्टी के अध्यक्ष ने स्वीकार किया था। पर अब नीतीश और महागठबंधन के अन्य नेताओं ने इस मामले में चुप्पी साध ली है ' ।