बिहार
बिहार में फेल कर गई है सुशासन बाबू की शिक्षा नीति : सतीश
By Deshwani | Publish Date: 11/6/2017 5:09:40 PMगर्दनीबाग में धरना पर बैठे जलोपा नेता
- इंटर रिजल्ट के खिलाफ जलोपा ने दिया गर्दनीबाग में धरना
पटना। देशवाणी न्यूज नेटवर्क
जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश कुमार ने राज्य की शिक्षा नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जेपी के अनुयायी 27 वर्षों से सत्ता में हैं, जिनके संपूर्ण क्रांति के नारे में से एक मूल तत्व शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन था। अब वे महात्मा गांधी माला जप रहे हैं। गांधी जी मानते थे कि शिक्षा के बिना लोकतंत्र का आधार मजबूत नहीं हो सकता है। मगर आज बिहार की हकीकत ये है कि सुशासन बाबू की शिक्षा नीति ही फेल हो गई है। श्री कुमार आज पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था एवं वर्तमान बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटरव्यू परीक्षा में 64.75% छात्रों के फेल होने और लगातार 10 दिनों से आंदोलनरत छात्रों पर की जा रही पुलिसिया कार्रवाई के सवाल पर जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के एक दिवसीय धरने को संबोधित कर रहे थे।
श्री कुमार ने कहा कि सुशासन बाबू ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बदहाल कर दिया। उनकी शिक्षा नीति फेल हुई न कि इंटर के छात्र। उन्होंने कहा कि वर्ष 2006 के बाद शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई। 2006 में 21 हजार नियोजित शिक्षक बहाल हुए, आज हाई स्कूल में 6500, +2 स्कूल में 9202 शिक्षकों के पद खाली हैं। 5490 ग्राम पंचायत +2 स्कूल विहीन हैं। उन्होंने सरकार से बिहार सरकार की नियमावली के अनुसार, प्रत्येक स्कूलों में शिक्षकों की बहाली की मांग की। श्री कुमार ने माध्यमिक शिक्षा संघ की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कुछ ही स्कूल हैं, जहां सारे विषयों के शिक्षक हैं और जो शिक्षक हैं उन्हें भी पोशाक वितरण से मध्याह्न योजनाओं में ही पस्त है। यहां तक नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में भी शिक्षकों का अभाव है।
श्री कुमार ने सिलेबस पूरा नहीं कर पाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कह रही है कि नकल रोकने के कारण इंटर का रिजल्ट खराब हुआ, जबकि यह ढकोसला है। अब सच्चाई से मुंह मोड़ने से नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि लालू यादव के राज में मेधा घोटाला और नीतीश कुमार के राज में टॉपर घोटाला एवं बीएससीसी घोटाले पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई हो रही है। नीतीश कुमार के चहेते अधिकारी इस मामले में आज विधायिका को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि नैतिकता के नाम पर रेल दुर्घटना के समय इस्तीफा देने वाले नीतीश कुमार को अब क्या हो गया, जब लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ।