पटना, (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को दीघा-सोनपुर सड़क पुल और आरा-छपरा पुल का उद्घाटन कर इसे आवागमन के लिए खोल दिया |
दोनों पुलों का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि इससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन सुगम होगा | उन्होंने कहा कि दीघा-सोनपुर सड़क पुल का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण सेतु रखा गया है जबकि आरा-छपरा पुल का नाम वीरकुंवर सिंह सेतु किया गया है | मुख्यमंत्री ने कहा कि दीघा-सोनपुर और आरा-छपरा पुल के आरंभ होने से दूरियां कम हो जाएंगी और जाम से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि इन दोनों पुलों का उद्घाटन आधारभूत संरचना के क्षेत्र में बिहार की बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने इसे बिहार के लोगों के लिए बड़ा उपहार बताये हुए कहा कि जर्जर हो चुके गांधी सेतु होकर पटना से निकलने वाले वाहन अब दीघा-सोनपुर सड़क पुल का इस्तेमाल कर उत्तर बिहार के लिए जा सकेंगे और उन्हें जाम का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि 1959 में मोकामा स्थित राजेंद्र सेतु के बाद मई 1982 में उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने के लिए महात्मा गांधी सेतु का उद्घाटन हुआ था। महात्मा गांधी सेतु के जर्जर हो जाने से लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था 1 35 वर्षों बाद एक साथ दो पुलों का उद्घाटन, उत्तर व दक्षिण बिहार के लिए लाइफलाइन माना जा रहा है।
इस अवसर पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार सरकार लगातार विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि दीघा सोनपुर पुल से पटना और उत्तर बिहार के लोगों को काफी फायदा होगा। दोनों पुल क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।
इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वैशाली, आरा और बेगूसराय के बाद सारण चौथा जिला है जो राजधानी पटना से पुल के माध्यम से सीधे सम्पर्क में आ गया है | इस नवनिर्मित पुल पर अधिकतम गति सीमा 40 किमी प्रति घंटा होगी। पुल पर सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा।
बिहार स्टेट रोड कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन के उप महाप्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि पुल के दोनों ओर पुलिस चौकी स्थापित की जायेगी और रात के समय पुल पर विशेष सुरक्षा रखी जायेगी।