पटना, (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में राजनीति के प्रति आकर्षण सबसे ज्यादा हैै। यहां सभी राजनीति की ही बातें करते मिलेंगे। आप कहीं भी जाइए, हर जगह राजनीतिक बातों पर ही सब चर्चा करते मिल जाएंगे।
बिहार में कई राजनीतिक अभियान चलाए गए परन्तु समाज सुधार के क्षेत्र में बहुत ज्यादा प्रयास नहीं हुआ है। सामाजिक मसले काफी जटिल हैं। उन्होंने कहा कि नशामुक्ति, दहेज, बाल विवाह, पर्यावरण, स्वच्छता एवं कुपोषण के खिलाफ जागरूकता एवं सशक्त अभियान जरूरी है।
शनिवार को यहां ज्ञान भवन (सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर) में पाटलिपुत्रा राष्ट्रीय युवा संसद कार्यक्रम में कहा कि यह बात महत्वपूर्ण है कि आज इस युवा संसद में युवाओं द्वारा विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। इसके लिए उन्होंने शायन कुणाल को धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण के कारण बिहार में नाटेपन की समस्या है। मां और बच्चे दोनों के कुपोषण इसका प्रमुख कारण हैं। इसका एक और कारण बाल विवाह है। लड़की कम उम्र में गर्भ धारण करती है तो मां और बच्चे दोनों कुपोषित होते हैं । उन्होंने कहा कि बाल विवाह गैर कानूनी है। 18 साल से कम उम्र की लड़की और 21 साल से कम उम्र के लड़के की शादी गैरकानूनी है, फिर भी यह हो रहा है, इसके लिये जागरूकता एवं सशक्त अभियान जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोई अभियान सिर्फ कानून से पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सकता है, इसके लिये जन जागरूकता की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाटलिपुत्रा राष्ट्रीय युवा संसद की तरह का कार्यक्रम होना चाहियेे, जिसमें हमारे युवा भाग ले और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करें। अगर युवाओं की सोच में परिवर्तन आता है तो समाज को बदलने से कौन रोक सकता है।
उन्होंने कहा कि आज हिंसा और असहिष्णुता हर जगह देखने को मिल रहा है। अगर इस सब से छुटकारा मिल जाय तो समाज कितना ऊपर जायेगा। दहेज प्रथा के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी सामाजिक कुरीति है। सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक सामाजिक परिवर्तन नहीं आयेगा, कितनी भी आर्थिक उन्नति हो जाये तब तक समाज के स्वास्थ्य और संस्कार पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस अवसर पर पाटलिपुत्रा राष्ट्रीय युवा संसद की तरफ से भ्रूण हत्या एवं शराबबंदी पर नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। पाटलिपुत्रा राष्ट्रीय युवा संसद की तरफ से मुख्यमंत्री को आचार्य किशोर कुणाल एवं पाटलिपुत्रा राष्ट्रीय युवा संसद के संस्थापक शायन कुणाल द्वारा अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।