पटना, (हि.स.)। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा है कि आम जीवन और लोकतंत्र के सबसे संकटपूर्ण समय से देश को उबारने के लिए सभी गैर-भाजपाई दलों की एकजुटता जरूरी है।
गरीबी, बेरोजगारी, जीवन और खेतीबाड़ी का संकट, आतंकवाद, पड़ोसियों से खराब होते रिश्ते और बिगड़ती अर्थव्यवस्था जैसी मूल समस्याओं से ध्यान बंटाने के लिए पूरे देश को जिस प्रकार लव जिहाद, एंटी रोमियो स्क्वायड, गौरक्षा, छद्म राष्ट्रवाद व अंधभक्ति की आग में झोंक दिया गया है, उससे अपना देश तेजी से 14वीं सदी की क्रूर, अराजक व हिंसक व्यवस्था की ओर जा रहा है।
देश को तुरंत एक विचारवान और सुलझी हुई व्यवस्था की जरूरत है जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं को बहाल करके जनपक्षीय विकास और खुशहाली का मार्ग प्रशस्त कर सके।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि गाय के नाम पर लोगों की क्रूरतापूर्वक हत्या, भीड़ द्वारा कई लोगों की पीटकर जघन्य हत्या, वैचारिक भिन्नता होने पर सार्वजनिक अपमान और हत्या जैसे हालात समाज के लिए शर्मनाक व मानव सभ्यता के लिए खतरनाक हैं।
कल तक अनैतिक समझे जाने वाले व्यवहार अब सत्तासीन लोगों द्वारा खुलेआम किया जाना सत्ता के बेलगाम होने की निशानी है। उन्होंने कहा कि कृषक आत्महत्या कर रहे हैं, अमीरों की संपत्ति बढ़ रही है वहीं, गरीब और गरीब होते जा रहे हैं, जरूरतमंदों को रोजगार नहीं मिल रहा है। मगर ये मुद्दे गायब हैं।
देश को दूसरी ओर उलझाकर तथा विपक्ष को बांटकर सत्ता का विस्तार किया जा रहा है। इसे रोकना होगा। लोकतंत्र की रक्षा के लिए अलग-अलग दलों के एजेंडे को किनारे कर साझा नीति बनानी होगी। तभी देश की समस्त जनता की प्रतिनिधि आवाज बुलंद होगी।