पाकुड़, (हि .स.)। अधिकारियों की लापरवाही के कारण पाकुड़ जिले के सैकड़ों मजदूर मनरेगा राशि से आज तक वंचित हैं, वजह जिले के संबंधित छह प्रखंडों के बीडीओ की उदासीनता है।
वित्तीय वर्ष 2016- 17 तथा 2017- 18 में बतौर मुआवजा 14 लाख 83 हजार 818 रुपये का भुगतान शेष है। इस मद में सर्वाधिक छह लाख 27 हजार 830 रुपये महेशपुर तथा सबसे कम 33 हजार 999 रुपये पाकुरिया प्रखंड में भुगतान किया जाना है।
मनरेगा वेबसाइट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2016- 17 में पाकुड़ प्रखंड में एक लाख 53 हजार 469 रुपये, हिरणपुर में एक लाख 22 हजार 394 रुपये, लिट्टीपाड़ा में तीन लाख 99 हजार रुपये, महेशपुर में छह लाख 12 हजार 794 रुपये तथा पाकुरिया प्रखंड में 33 हजार 96 रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान मनरेगा मजदूरों का बकाया था, जिन्हें विलंब से मजदूरी का भुगतान किया गया था।
वहीं, वित्तीय वर्ष 2017-18 में पाकुड़ प्रखंड में 49 हजार 191 रुपये, हिरणपुर में 10 हजार 833 रुपये, लिटीपाडा में 24 हजार 85 रुपये, अमडापाड़ा में 2,859 रुपये, महेशपुर में 15 हजार 36 रुपये तथा पाकुरिया प्रखंड में महज 903 रुपये की मुआवजा राशि का भुगतान बाकी है। संबंधित मजदूरों को आए दिन बकाया मुआवजा राशि के भुगतान के लिए प्रखंड कार्यालयों का चक्कर लगाते हुए देखा जा सकता है।