झारखंड
आजसू सरकार से समर्थन वापस ले : सालखन
By Deshwani | Publish Date: 6/6/2017 4:12:15 PMपाकुड़, (हि.स.)। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो अगर रघुवर सरकार से समर्थन वापस लेते हैं तो आदिवासी सेंगेल अभियान उनका स्वागत करेगा। उक्त बातें आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कही। वह मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजसू सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के मुद्दे पर रघुवर सरकार से असंतुष्ट है। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो अगर सरकार से समर्थन वापस लेते हैं तो आदिवासी सेंगेल अभियान की आगामी सात जुलाई को रांची में आयोजित होने वाली करो या मरो, झारखंड बचाओ महारैली में उनका स्वागत है।
उन्होंने कहा कि झामुमो सहित सभी दलों के नेता सीएनटी तथा एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ बयानबाजी कर आम जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं । इन नेताओं की नजर 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है और वे इसकी तैयारी में लगे हुए हैं। ऐसे नेताओं को झारखंडी जनता चुनाव में हराने को तैयार बैठी है। बेहतर होगा कि वे खुद ही इस्तीफा देकर चुनाव में आएं। मुर्मू ने झामुमो पर भाजपा सरकार से मिले होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने तो सिर्फ सीएनटी तथा एसपीटी एक्ट में संशोधन किया है जबकि इसका ड्राफ्ट तो झामुमो ने ही तैयार किया था। झामुमो में इस संशोधन के खिलाफ खुलकर बोलने का साहस ही नहीं है क्योंकि उनके खिलाफ पूर्व से ही कई मामलों में एसआईटी तथा सीबीआई जांच चल रही है। इसलिए वे दिखावे के लिए विरोध का नाटक कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रांची, जमशेदपुर, धनबाद तथा बोकारो जैसे महानगरों को छोड़ शेष झारखंड में बसने वाली गैर आदिवासी और मूलवासी लोग भी झारखंडी हैं क्योंकि इन इलाकों में बसे लोग तमाम परेशानियों और अभावों के बावजूद स्थानीय समाज के साथ रच बस गए हैं। जबकि महानगरों में बसे लोगों का एक मात्र उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ यहां से कमाना ही है। इसलिए हम ऐसे लोगों को झारखंडी नहीं मानते हैं।