काठमांडू, (हि.स.) नेपाल के संसदीय और प्रांतीय चुनावों के अब तक नतीजों में वाम गठबंधन भारी जीत की ओर तेजी से बढ़ रहा है। सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस इस चुनाव में काफी पीछे चल रही है।
नेपाल के चुनाव आयोग के अनुसार, अभी तक कुल 156 सीटों के परिणाम मिल चुके हैं जिनमें वामपंथी गठबंधन केी झोली में 107 सीटें आ चुकी हैं। वहीं सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस पार्टी महज 22 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है।
पिछले चुनाव में नेपाली कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। अभी कई सीटों की मतगणना हो रही है। पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली की अगुवाई वाली सीपीएन-यूएमएल को 75 सीटें मिली हैं, जबकि उनकी सहयोगी पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड की पार्टी सीपीएन-माओवादी सेंटर को 32 सीटों पर सफलता मिली है। इन दोनों पार्टियों ने संसदीय और प्रांतीय चुनावों के लिए हाथ मिलाया है।
चुनाव के नतीजों से इस हिमालयी देश में स्थिरता की उम्मीद की जा रही है। यह देश पिछले एक दशक में 10 प्रधानमंत्रियों को देख चुका है। चुनाव आयोग ने सोमवार को बताया कि मधेशी पार्टियों को 19 संसदीय सीटों पर जीत मिली है। मतगणना अभी जारी है, लेकिन 275 सदस्यीय संसद में वामपंथी गठबंधन स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ रहा है।
ओली को प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के उत्तराधिकारी के तौर पर पेश किया जा रहा है।ओली ने झापा-5 सीट से नेपाली कांग्रेस के उम्मीदवार खगेंद्र अधिकारी को 28 हजार से ज्यादा मतों से हराया है। प्रचंड चितवन-3 सीट से निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय प्रजातंत्र के उम्मीदवार बिक्रम पांडे को 10 हजार से ज्यादा मतों से पराजित किया। नेकां के महासचिव शशांक कोइराला विजयी हुए हैं। अभी जो परिणाम आए हैं उसमें निर्दलीय समेत अन्य दलों के खाते में सिर्फ पांच सीटें आईं हैं।