नवादा, (हि.स.)। जदयू जिला कार्यकारिणी की बैठक पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई। बैठक में हाल के दिनों में वारिसलीगंज की घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि वहां की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी हालत में वारिसलीगंज को अशांत होने से बचाया जाएगा।
बैठक में कहा गया कि वारिसलीगंज विधायक के पति अखिलेश सिंह के द्वारा जनता को डराने और धमकाने का कार्य किया जा रहा है। वहां का माहौल भय का बना हुआ है। बेलदारिया गांव में मनोज बिन्द, मुर्गीयाचक में सनोज यादव, गोपालपुर में शंकर प्रसाद, मलुकाबीघा मे यादव, कमलेश यादव, चंडीपुर में मुखिया पति दिलीप राउत, चैनपुरा में विपीन सिंह, गणेश सिंह की पत्नी व माता, वीणा मांझी, रविंद्र मांझी, विकास यादव और सकलदीप यादव के साथ मारपीट की घटना वारिसलीगंज को अशांत करने की ओर ले जा रही है।
गोविंदपुर के पूर्व विधायक कौशल यादव ने कहा कि अखिलेश सिंह के डर से कई गांव के गरीब लोग एफआईआर करने थाना तक नहीं जा रहे हैं। शराबबंदी का असर जिले में नहीं दिख रहा है तथा खुलेआम दारू बिक रहा है। इसमें आसामाजिक तत्व के लोग मालामाल हो रहे हैं। नवादा शहर में नवादा से राजद से निष्कासित विधायक के प्रतिनिधि ने लाइन पार मिर्जापुर पुलिस के मिली भगत से वहां के गरीब जनता को भगाकर जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराने की मांग करते हुए कहा कि राजद कार्यकर्ता द्वारा जो भी आरोप लगाया गया, उसे खारिज किया जाता है। पार्टी की बैठक में अखिलेश सिंह को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की गई। साथ ही नगर निकाय चुनाव के बाद शराबबंदी और सरकारी जमीन पर कब्जे के खिलाफ मुख्यमंत्री से बात रखने की घोषणा की गई।