पटना/नवादा, (हि.स.)। बिहार में नवादा जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 पर रजोली थाना क्षेत्र के अंधरबारी गांव के समीप पश्चिम बंगाल के कोलकाता से नालंदा बिहारशरीफ जा रही सियाराम यात्री बस के पलटने से चालक समेत पांच लोगों की मौत हो गई। इसमें चार की मौत घटनास्थल पर हुई तथा एक की मौत इलाज के दौरान हुई है। मरने वालों में तीन पुरुष, एक लड़की व एक बच्चा शामिल है। इस घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्य बाप बेटी व नाती की मौत हुई है। मरने वालों में नारदीगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फर नगर निवासी भासो मांझी व पुत्री गीता देवी तथा पांच वर्षीय नाती राजा के अलवे अरुण मांझी और बस चालक शामिल हैं जबकि इस बस पर सवार कुल 55 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल व सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इनमें से कई की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। मृतकों में अधिकांश मजदूर तबके के लोग है जो ईंट भट्ठा में काम करते हैं। ये लोग कोलकाता से अपने घर नवादा आ रहे थे। बताया जा रहा है कि सियाराम बस (डब्लू बी 37 बी/7289) कोलकाता से बिहारशरीफ आ रहा था। अचानक अंधरबारी गांव के समीप बस के ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और देखते ही देखते बस गड्ढे में जा गिरी। इस हादसे के बाद वहां आफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। इस घटना को देख स्थानीय लोगों ने भी घायलों की मदद करने में जुट गए। घटना की सूचना मिलते ही रजोली पुलिस अधिकारी तत्काल घटना स्थल पर पहुंच कर घायलों को इलाज के लिए भेजवाया।
रजोली एसडीओ ने बताया कि सभी मृतक परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा। मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। संभावना है कि सभी मृतक सदर प्रखंड क्षेत्र के बुधौल बेलदरिया के मजदूर है जो ईंट भट्ठा से वापस अपने घर आ रहे थे। गंभीर रूप से घायल लोगों में चंद्रदेव राम, छोटन दास, सुदामा कुमार, गुड़िया देवी, नौषाद आलम, निभा देवी, लाटो मांझी, मंजु कुमारी, सीमा कुमारी, सुनिल राम, पंकज कुमार, मिथुन कुमार, गोविंदा, फुलवा देवी, गौरव कुमार, पूजा कुमारी, रेशमा देवी, शिवन कुमार, रौशन कुमार, भूषण साह, रौशन और चांदो चौहान आदि शामिल हैं। घायलों को लाने के लिए एक एंबुलेंस कम पड़ रही थी जिसके बाद रजोली एसडीओ ने सिविल सर्जन से बात कर अकबरपुर और सिरदला से भी एंबुलेंस मगवाया तब जाकर सभी घायलों को बारी-बारी से अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ लोग अपने घायल परिवार को बेहतर इलाज के लिए प्राइवेट गाड़ी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में ले गए।