राष्ट्रीय
प्रवासी श्रमिकों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा बर्ताव अस्वीकार्य: राहुल गांधी
By Deshwani | Publish Date: 14/1/2018 3:22:23 PMनई दिल्ली (हि.स.)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पासपोर्ट में परिवर्तन लागू कर प्रवासी भारतीय श्रमिकों को दोयम दर्जे का नागरिक करार देते हुए उनके साथ भेदभावपूर्ण बर्ताव किया जा रहा है, जो अस्वीकार्य है।
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम की रिपोर्ट के बाद पासपोर्ट के फॉर्मेट में बदलाव किया जाएगा। पासपोर्ट से आखिरी पन्ना हटाया जाएगा, जिसमें पासपोर्ट धारक का पता लिखा होता है। पासपोर्ट में इस बदलाव के बाद अब इसे एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। साथ ही इसीआर (इमिग्रेशन चेक रिक्वा यर्ड) स्टेटस वाले पासपोर्ट धारकों के लिए नारंगी रंग के पासपोर्ट जैकेट वाले पासपोर्ट जारी किए जाएंगे और नॉन इसीआर स्टेटस वालों के लिए नियमित नीले पासपोर्ट ही जारी होंगे।
पासपोर्ट में हुए परिवर्तन पर निशाना साधते हुए राहुल ने रविवार सुबह ट्वीट कर कहा, ‘प्रवासी भारतीय श्रमिकों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा बर्ताव किया जा रहा है। भाजपा की यह नीति स्वीकार्य नहीं है। यह कार्रवाई भाजपा की भेदभावपूर्ण नकारात्मक मानसिकता को दर्शाती है।‘
दरअसल अभी तक रेग्यूलर पासपोर्ट का कवर नेवी ब्लू है। ये सामान्य यात्रा के लिए जारी किए जाते हैं। जबकि मैरून रंग का पासपोर्ट डिप्लोमेटिक पासपोर्ट होता है जो कि भारतीय राजनायिकों और शीर्ष अधिकारियों को दिया जाता है। जबकि ऑफिशियल पासपोर्ट का कवर सफेद होता है यह उन लोगों को मिलता है जो आधिकारिक कामकाज के दौरान भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। अब इसीआर (इमिग्रेशन चेक रिक्वा यर्ड) स्टे्टस वाले पासपोर्ट धारकों के लिए नारंगी रंग के पासपोर्ट रहेगा।