नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वीट्जरलैंड के दावोस में होने जा रहे विश्व आर्थिक मंच के पूर्ण अधिवेशन को 23 जनवरी सुबह 11 बजे संबोधित करेंगे। मंच के माध्यम से वह भारत में चल रहे आर्थिक सुधारों की जानकारी देंगे और वैश्विक निवेशकों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करेंगे।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु के साथ उद्योग जगत से जुड़े मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से बातचीत कर मंच की बैठक में भारत सरकार के एजेंडे पर बातचीत की।
वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रेसवार्ता में बताया कि प्रतिवर्ष होने वाली विश्व आर्थिक मंच की बैठक इस बार 23 से 26 जनवरी के बीच दावोस, स्वीट्जरलैंड में होगी। इस बार का विषय ‘खंडित दुनिया में साझा भविष्य का सृजन’ है। 1997 के बाद पहली बार प्रधानमंत्री मंच की बैठक में भाग लेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भारत में निवेश करना चाहती है और हमारे स्टार्ट में रूचि ले रही है। वार्षिक बैठक में विनिर्माण और उत्पादन आदि में और 2022 तक देश को 'नए भारत' में बदलने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साझा किया जाएगा।’’
उन्होंने बताया कि वित्तमंत्री अरूण जेटली सहित 6 मंत्री, आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फणनवीस इसमें भाग लेंगे। बैठक में दुनियाभर से 60 राष्ट्र प्रमुख सहित 350 राजनेताओं के अलावा बड़ी कंपनियों के सीईओ और जीवन के अन्य क्षेत्रों से 1 हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीर्ष वैश्विक व्यापारिक नेताओं से भी मिलेंगे। वह इंटरनेशनल बिजनेस काउंसिल के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे जिसमें सभी क्षेत्रों में प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय निगमों के 120 प्रमुख मुख्य कार्यकारी अधिकारी शामिल होंगे।
औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, 22 जनवरी 2018 की शाम को विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में शामिल होने वाले प्रतिभागियों के लिए वेलकम रिसेप्शन की भी मेजबानी करेगा।
वित्तमंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम और गैस व कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर भी 2018 की वार्षिक बैठक में भाग लेंगे। यह मंत्री औद्योगिक रणनीतियों, बुनियादी ढांचे के विकास में गति, चौथी औद्योगिक क्रांति, रोजगार से जुड़ा भविष्य पर आयोजित 25 सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मौजूदा और संभावित निवेशकों के साथ इंडेक्स इंडिया और सीआईआई 11 राउंडटेबल बैठकों का आयोजन किया जाएगा।