ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
भारत में सबसे ज्यादा पढ़ते हैं नेपाल के छात्र, विदेशी छात्रों की पहली पसंद कर्नाटक
By Deshwani | Publish Date: 9/1/2018 2:03:01 PM
भारत में सबसे ज्यादा पढ़ते हैं नेपाल के छात्र, विदेशी छात्रों की पहली पसंद कर्नाटक

नई दिल्ली (हि.स.)। भारत में पढ़ाई के लिए आने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में सर्वाधिक हिस्सेदारी पड़ोसी देश नेपाल से आने वाले छात्रों की है। मगर यहां सबसे ज्यादा पीएचडी करने वाले शोधार्थियों की संख्या इथोपिया से आये छात्रों की है। इसके बाद ईरान का नंबर है, जिसे अमेरिका ने कट्टरपंथ के लिए अपने निशाने पर ले रखा है। भारत में भी यदि विदेशी छात्रों की पसंदीदा स्थान की बात करें तो कर्नाटक इस मामले में उनकी पहली पसंद है जबकि दिल्ली सातवें स्थान पर है। यह खुलासा उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (एआईएसएचई) 2016-17 की रिपोर्ट में हुआ है।

सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार देश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में 47,575 विदेशी छात्र पंजीकृत हैं। यह विदेशी छात्र दुनिया के 162 अलग-अलग देशों से ताल्लुक रखते हैं। इनमें से 62 प्रतिशत छात्र मात्र दस देशों के ही हैं, जबकि 38 प्रतिशत शेष 152 देशों के नागरिक हैं। भारत में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के आंकड़ों पर गौर करें तो पड़ोसी देश नेपाल शीर्ष पर है और कुल 47,575 विदेशी छात्रों में 23.6 प्रतिशत अर्थात् 11250 अकेले नेपाल से ही हैं। दूसरे स्थान पर अफगानिस्तान 9.3 प्रतिशत, भूटान 4.8 प्रतिशत, नाइजीरिया 4.4. प्रतिशत, सूडान 4.4 प्रतिशत, मलेशिया 3.5 प्रतिशत, बांग्लादेश 3.2 प्रतिशत, ईरान 3.1 प्रतिशत, यमन 2.8 प्रतिशत और श्रीलंका 2.7 प्रतिशत के साथ दसवें स्थान पर है।
 
हालांकि महिला छात्रों की सर्वाधिक संख्या भी मुस्लिम देश से ही है और वह देश मलेशिया है। साथ ही ईरान के जितने पुरुष छात्र यहां पढ़ते हैं ठीक उतनी ही संख्या महिला छात्रों की है। वहीं यमन (91.8 प्रतिशत), सूडान (91.9 प्रतिशत), अफगानिस्तान (88.4 प्रतिशत) से आने वाले पुरुष छात्रों की संख्या महिला छात्रों से ज्यादा है। उल्लेखनीय है कि सर्वाधिक पीएचडी करने वाले इथोपिया निवासियों की अधिकतम संख्या 1441 है, जबकि दूसरे स्थान पर 175 छात्रों के साथ ईरान है। 
 
विदेशी छात्रों में सर्वाधिक संख्या स्नातक पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले छात्रों की है जो कुल संख्या का 76.9 प्रतिशत है। जबकि दूसरे स्थान पर स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में पढ़ने वाले छात्र हैं जो 14.5 प्रतिशत हैं। विदेश से पढ़ाई के लिए आने वाले पुरुष छात्रों की संख्या सभी पाठ्यक्रमों में सबसे ज्यादा है, जबकि सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में पढ़ने वाली सबसे ज्यादा महिला छात्राएं हैं। 
 
यदि भारत के राज्यों में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों की संख्या पर गौर किया जाए तो इसमें कर्नाटक का स्थान सबसे ऊपर है जहां 13050 विदेशी छात्र अध्ययन करते हैं। दूसरे स्थान पर तमिलनाडु (4889) है, जबकि महाराष्ट्र (4619), उत्तर प्रदेश (3602), तेलंगाना (3461), पंजाब (3246), दिल्ली (2632) और आंध्र प्रदेश (2341) क्रमश: अपना स्थान रखे हुए हैं।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS