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आधार के जरिये 80 हजार शिक्षकों के फर्जीवाड़े का खुलासा : जावड़ेकर
By Deshwani | Publish Date: 5/1/2018 5:20:26 PM नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अध्यापकों के आधार नंबर के सहारे उनके शैक्षिक कामकाज की जांच पड़ताल की है| इससे यह आश्चर्यजनक तथ्य सामने आया है कि 70 से 80 हजार अध्यापक एक से ज्यादा शिक्षा संस्थाओं से वेतन या धनराशि लेते हैं। शिक्षा क्षेत्र में इस फर्जीवाड़े के कारण अध्यापक अपनी शिक्षण संस्था के विद्यार्थियों पर पूरा समय देने की बजाए अन्य संस्थानों में भी समय देते हैं और वहां से पैसा हासिल करते हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यहां उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण(एआईएसएचई) 2016-17 की रिपोर्ट जारी की। इस मौके पर जावड़ेकर ने कहा कि इसमें शिक्षकों का सत्यापन करने की भी प्रक्रिया की गई और 15 लाख में से 85 प्रतिशत शिक्षकों ने अपना आधार नंबर दे दिया है। पोर्टल पर 12.68 लाख से अधिक शिक्षकों का विवरण अपलोड किया गया है। आधार नंबर दर्ज करने पर 70-80 हजार ऐसे शिक्षकों की भी चोरी पकड़ी गई जिनका दो-तीन कॉलेजों में अध्यापन के लिए नाम दर्ज है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होगी और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई होगी। उन्होंने शेष प्राध्यापकों से भी अपील की कि वह अपना नंबर दे दें क्योंकि नंबर देने से कोई डाटा चोरी नहीं होता है। केंद्र सरकार का जोर उच्च शिक्षा में गुणवत्ता का सुधार, स्वायत्तता अच्छे संस्थानों को मिले और शोध व अनुसंधान पर है।
उन्होंने कहा कि जहां फर्जीवाड़ा है वहां कार्रवाई होगी जैसे एक विजिटिंग लेक्चरर जाते हैं वो एक अलग श्रेणी में आते हैं क्योंकि वह प्रक्रिया का विधि सम्मत हिस्सा है। लेकिन जो फर्जीवाड़ा होगा वह आधार नंबर से कुछ-कुछ नजर आया है| उसको हम देख रहे हैं।