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पुलवामा की घटना को चुनौती के तौर पर देख रही सरकार : हंसराज अहीर
By Deshwani | Publish Date: 2/1/2018 5:56:37 PM
पुलवामा की घटना को चुनौती के तौर पर देख रही सरकार : हंसराज अहीर

 नई दिल्ली, (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षण शिविर पर हुए आतंकी हमले का मामला मंगलवार को लोकसभा में उठा। कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले को उठाते हुए पाकिस्तान को लेकर सरकार की नीति पर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर मौन रहने का आरोप लगाया। गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि सरकार ने इस घटना को चुनौती के रुप में लिया है और जम्मू कश्मीर में पुलिस आधुनिकीकरण के लिए पहल की है।

लोकसभा में मंगलवार को शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मुद्दे को सदन में उठाते हुए कहा कि 2017 के अंतिम दिन जब पूरा देश जश्न मना रहा था तब पुलवामा में सीआरपीएफ के शिविर पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने हमला किया। इसमें हमारे पांच जवानों को जान गंवानी पड़ी और तीन आतंकी भी मारे गए। उन्होंने कहा कि सेना और जवान देश की सुरक्षा को लेकर हर वक्त मुस्तैद हैं किंतु चिंता इस बात की है कि सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने पंपोर, पठानकोट और पुलवामा में पूर्व में हुई घटना समेत कई आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस बारे में जांच समितियां भी बनीं, लेकिन इन पर कोई अमल नहीं हो रहा है।
 
सिंधिया ने कहा कि पुलवामा हमले के बारे में जम्मू कश्मीर की पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कहते थे कि एक सिर के बदले 10 सिर लायेंगे, मुंहतोड़ जवाब देंगे वे आज चुप क्यों हैं। देश के प्रधानमंत्री की इस बारे में अब तक कोई टिप्पणी नहीं आई है, वह मौन क्यों हैं। सिंधिया ने कहा कि एक वर्ष में 82 सैनिकों ने जान दी है। पाकिस्तान के प्रति सरकार की नीति क्या है, इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
 
सिंधिया के आरोपों का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इस पर कांग्रेस और ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजनीति नहीं करनी चाहिए। पिछले तीन साल में घुसपैठ करने वाले 200 से ज्यादा आतंकी सुरक्षा बलों ने मार गिराए हैं। सदन में उपस्थित गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले को सरकार ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि फिरिप कंपस की अगुवाई वाली समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है और रक्षा मंत्रालय उस पर काम कर रहा है। इसके साथ ही अहीर ने बताया कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में पुलिस बलों के आधुनिकीकरण और नए-नए उपकरण के लिए कोष जारी किया है। 
 
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