राष्ट्रीय
राज्यसभा चुनाव: विश्वास का पत्ता कटा, सुशील-एनडी गुप्ता पर चर्चा
By Deshwani | Publish Date: 2/1/2018 4:45:27 PMनई दिल्ली, (हि.स.)| दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्यसभा (उच्चसदन) में संजय सिंह के अलावा सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को उम्मीनदवार बनाने का फैसला किया है।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) बुधवार को इन तीनों के नाम पर मुहर लगाएगी। गुरुवार चार जनवरी को ये सभी अपना नामांकन दाखिल करेंगे। फिलहाल संभावित नामों में पूर्व बैंकर मीरा सान्याल को शुमार न किये जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता मयंक गांधी ने ट्वीट कर कहा कि वह आप की राज्यसभा की सूची से बहुत निराश हैं। उन्होंने कहा कि एक पैसे वाले पूर्व कांग्रेस नेता, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) जिसका आप से कोई रिश्ता नहीं है और तीसरा संजय सिंह जिनकी अपनी कोई साख नहीं है। न तो कोई ख्यात शख्सियत, न ही आप का कोई प्रतिबद्ध कार्यकर्ता उनके नाम पर चर्चा हो रही है। अरविंद केजरीवाल ने यहां किसी दलित के नाम पर भी विचार क्यों नहीं किया। जैसा कि वो पंजाब में उपमुख्यमंत्री पद के लिए कहते थे। पूर्व बैंकर मीरा सान्याल एक बहुत ही प्रभावशाली उम्मीदवार हो सकती थीं। ऐसे में बहुत निराशा हाथ लगी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 16 जनवरी को चुनाव होने हैं। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख पांच जनवरी है। राज्यसभा उम्मीदवारी के लिए आप नेता कुमार विश्वास और आशुतोष का नाम भी चर्चा में था। लेकिन, विश्वास के दबाव की राजनीति के चलते पार्टी संयोजक अरविन्द केजरीवाल खासे नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, विश्वास का ये बगावती रुख पार्टी नेताओं को पसंद नहीं आया और उनका नाम खारिज कर दिया गया। उनकी जगह एनडी गुप्ता जो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के उपाध्यक्ष को देने की उम्मीद है। सुशील गुप्ता इससे पहले कांग्रेस से जुड़े थे और कुछ ही दिन पहले उन्होंने आप की सदस्यता ली थी। दूसरी तरफ पार्टी के दोनों प्रमुख नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सपरिवार अंडमान-निकोबार छुट्टियां मनाने गए हुए हैं। मंगलवार शाम तक उनके दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उनके लौटने के बाद बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर राज्यसभा प्रत्याशियों के नामों पर अंतिम फैसला लेने के लिए राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक बुलाई गई है।