राष्ट्रीय
फिलिस्तीन ने पाक से अपने राजदूत को वापस बुलाया, दी भारत से दोस्ती की दुहाई
By Deshwani | Publish Date: 31/12/2017 3:46:36 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। भारत सरकार की कड़ी आपत्ति दर्ज कराने के बाद फिलिस्तीन सरकार ने पाक में तैनात अपने राजदूत वालिद अबू अली को वापस फिलिस्तीन बुलाते हुए बयान जारी किया है। फिलिस्तीन विदेश मंत्रालय द्वारा जारी इस बयान में वहां की सरकार ने भारत के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ और मित्रवत रखने की जरूरत की दुहाई दी।
अपने बयान में फिलिस्तीन सरकार ने कहा कि वो किसी भी हालात में भारत के साथ अपने संबंधों को बिगड़ने नहीं देखना चाहती। भारत ने फिलिस्तीन के अस्तित्व में आने के साल 1967 से हमेशा फिलिस्तीन का साथ दिया है। इतना ही नहीं अभी हाल में इजराइल द्वारा येरूशलम को अपनी राजधानी घोषित करने के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में आए प्रस्ताव में भारत सरकार ने फिलिस्तीन का साथ दिया। हम भारत के साथ अपनी दोस्ती का बहुत सम्मान करते हैं। बयान में कहा गया कि फिलिस्तीन हमेशा भारत के साथ आतंक के खिलाफ लड़ाई में साथ खड़ा है। ऐसे में हमारे पाक में तैनात राजदूत द्वारा रावलपिंडी में एक रैली में एक ऐसे शख्स के साथ मंच पर आना, जिस पर अनचाहे तौर पर गलती से आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप हो, फिलिस्तीन के राष्ट्रपति ने तत्काल प्रभाव से पाक में तैनात अपने राजदूत को वापस बुलाने का फैसला किया है।
पाक में फिलीस्तीन के राजदूत वालिद अबू अली ने पाकिस्तान के शहर रावलपिंडी में आतंकी हाफिज सईद के संगठन की रैली में मंच साझा किया था। मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड और भारत में लंबे समय से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहे पाक आतंकी हाफिज सईद की ये रैली शुक्रवार 29 दिसम्बर को रावलपिंडी शहर में आयोजित की गई थी। रावलपिंडी के लियाकत बाग में हुई इस रैली को एक पाक संगठन दिफाह-ए-पाकिस्तान काउंसिल ने आयोजित किया था। भारत सरकार ने पाक में तैनात फिलीस्तीन के राजदूत द्वारा भारत में मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफिज सईद की रैली में शिरकत करने पर कड़ी आपत्ति जताई थी।
आतंकी हाफिज सईद को यूएस पहले ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर का आतंकी घोषित कर चुका है। इतना ही नहीं हाफिज सईद पर अमेरिकी सरकार ने एक करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहे दबाव के चलते हाफिज सईद ने खुद को राजनीतिक नेता के रूप में दुनिया के सामने रखने की कोशिश की है। इतना ही नहीं, सईद ने पाकिस्तान में नई राजनीतिक पार्टी-मिनी मुस्लिम लीग बनाने की घोषणा की है। अब हाफिज सईद 2018 में पाकिस्तान में होने वाले आम चुनावों की तैयारी करने लगा है। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख रहे और बाद में पाकिस्तान की लोकतांत्रिक सरकार को गिरा कर राष्ट्रपति बने परवेज मुर्शरफ ने भी हाफिज सईद को समर्थन देने का एलान किया है।