राष्ट्रीय
लोकसभा में कांग्रेस और टीआरएस ने किया जमकर हंगामा
By Deshwani | Publish Date: 27/12/2017 4:58:40 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। लोकसभा में कांग्रेस और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सांसदों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही में कई बार व्यवधान पड़ा और बैठक 4 बार स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस ने जहां केंद्रीय राज्यमंत्री अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान को लेकर हंगामा किया वहीं टीआरएएस सदस्य तेलंगाना में उच्च न्यायालय के गठन की मांग कर रहे थे।
बुधवार को लोकसभा की बैठक शुरु होते ही टीआरएस और कांग्रेस सदस्य अलग-अलग उक्त दोनों मुद्दों को लेकर नारेबाजी औऱ हंगामा करने लगे। टीआरएस सदस्य तेलंगाना में उच्च न्यायालय के गठन की मांग वाली तख्तियां हाथ में लिए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए जिसके कारण लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 12 बजे तक बैठक स्थगित कर दी। दोबारा 12 बजे बैठक शुरु होते ही कांग्रेस और टीआरएस सांसद अपनी-अपनी मांगों को लेकर सदन के बीचोंबीच आकर नारे लगाते हुए हंगामा करने लगे।
कांग्रेस और टीआरएस सांसदों के शोर-शराबे और नारेबाजी के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में विधायकी कार्य पूरा कराए। शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान शिरोमणि अकाली दल के प्रेमसिंह चंदूमाजरा ने गुरुगोविन्द सिंह के पुत्रों की शहादत को याद किया। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार, कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, शिव सेना के अरविन्द सावंत, टीआरएस के जितेंद्र रेड्डी व कांग्रेस सहित कुछ अन्य सदस्यों ने चंदूमाजरा के उठाए गए मामले से खुद को संबद्ध किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने टीआरएस के नेता जितेन्द्र रेड्डी को बोलने को समय दिया किंतु टीआरएस सांसदों के अध्यक्ष के आसन के सामने से न हटने पर उन्होंने सदन की बैठक 2 बजे तक स्थगित कर दी।
2 बजे सदन की बैठक शुरु होने पर कांग्रेस सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयान का जिक्र करते हुए इस मामले पर सदन में चर्चा कराए जाने की मांग की। उधर, टीआरएस के सदस्य भी अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा उपाध्यक्ष एम. थंबीदुरई ने टीआरएस नेता को अपनी बात कहने का अवसर दिया। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच ही जितेन्द्र रेड्डी ने तेलंगाना में उच्च न्यायालय के गठन की मांग रखी। इसके बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के बयान का उल्लेख करते हुए इस बारे में चर्चा की जरूरत बताई। संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्ष के नेता हेगड़े के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार अलग-अलग मंचों से कह चुके हैं कि लोकतंत्र में कोई ग्रंथ है को वह बाबा भीम राव अंबेडकर का दिया हुआ संविधान। इस बीच कांग्रेस व माकपा नेताओं का हंगामा और शोर-शराबा तेज हो गया जिसके बाद सदन की बैठक क्रमशः पौने तीन और फिर सवा चार बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।