नई दिल्ली, (हि.स.)। एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री विभिन्न देशों से हाथ मिलाकर देश में कारोबार बढ़ाने और देश में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए अपनी कोशिशों के मद्देनजर भ्रमण कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ देश के ही कुछ शातिर लोग प्रधानमंत्री के इस मंसूबे पर पानी फेरते हुए विदेशी निवेशकों से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।
ताजा मामला गुजरात के राजकोट का है, जहां यूक्रेन की एक महिला कारोबारी के साथ गुजरात के एक कारोबारी ने आयात-निर्यात के कारोबार की आड़ में धोखाधड़ी करते हुए एक करोड़ से भी ज्यादा रुपए की ठगी की। आरोपी कारोबारी की पहचान राजकोट निवासी खोड़ाभाई नागाजी भाई रमानी के रूप में हुई है।
हालांकि इसकी जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन आरोपी कुछ दिन बाद ही जमानत पर जेल से बाहर आ गया। लेकिन रुपए वापस नहीं किए। अब अपने रुपए की वापसी के लिए आखिरकार पीड़िता ने अपनी मां के साथ दिल्ली पहुंचकर केन्द्र सरकार का दरवाजा खटखटाया है। जानकारी के अनुसार, यूक्रेन की रहने वाली अनसतेसिया अकिमोवा भारत सरकार द्वारा विदेशी निवेशकों को कारोबार के लिए आमंत्रण दिए जाने के बाद भारत सरकार की नीतियों पर भरोसा करते हुए भारत में निवेश करने का मन बनाया।
भारत में कृषि उत्पादों के बारे में सुनकर अंतर्राष्ट्रीय कृषि खाद्य का यूक्रेन में कारोबार करने वाली अनसतेसिया अकिमोवा भारत के साथ कारोबार करने पहुंची। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री के प्रदेश गुजरात के राजकोट चुना और वहां के ओलो इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी के खोड़ाभाई नागाजी भाई रमानी से काबुली चना उक्रेन भेजने का करार किया।
अनसतेसिया ने इसके लिए एक करोड़ 10 लाख रुपए की पेमेंट भी दी। लेकिन रुपए लेने के बाद खोड़ा भाई ने काबुली चना भेजने की बजाए फर्जी कागजात तैयार कर माल के भेज देने की बात कहकर, सारे रुपए ठग लिए।
इसकी शिकायत पीड़िता ने जब राजकोट पुलिस व अन्य संवंधित विभागों से की, तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन कुछ दिन बाद ही आरोपी जमानत पर बाहर आ गया। इस पूरी प्रक्रिया के बावजूद भी पीड़िता को उसके रुपए नहीं मिले। वहां दर-दर की ठोकरें खाने के बाद हारकर वह दिल्ली आई और केन्द्र सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए उद्योग मंत्रालय व मंत्रालय से जुड़ी अन्य सस्थाओं, केंद्रीय जांच ब्यूरो व प्रवर्तन निदेशालय में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है।
हालांकि यहां भी फिलहाल पीड़िता की गुहार पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। पीड़िता का कहना है कि अगर भारत में विदेशी कारोबारियों के रुपए की सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलेगी, तो कोई भारत से कैसे कारोबार करेगा। इस संदर्भ में यूक्रेन दूतावास ने उक्त पीड़िता को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिलने की सलाह दी है। बताया जाता है कि आरोपी खोड़ाभाई पर पहले भी ऐसे केस दर्ज किए जा चुके हैं।