राष्ट्रीय
सुषमा बड़ाईक यौन शोषण मामले में पूर्व आईपीएस नटराजन बरी
By Deshwani | Publish Date: 23/12/2017 9:01:04 PMरांची, (हि.स.)। सुषमा बड़ाईक यौन शोषण मामले में फंसे पूर्व आईजी पीएस नटराजन को अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया है। न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत ने इस केस की सुनवाई करते हुए उन्हें बरी किया है।
2005 से अब तक 12 साल चले इस केस में 71 गवाह कोर्ट में पेश किए गए हैं। नटराजन की तरफ से 14 गवाह कोर्ट में पेश किए गए। सबसे अहम पूरे मामले में यौन शोषण की वीडियो रिकॉर्डिंग रही, जिसे स्टिंग के जरिए फिल्माया गया था। आरोपी पूर्व आईजी पीएस नटराजन पर एससी-एसटी एक्ट के तहत 2005 में मामला दर्ज किया गया था। आईपीएस पीएस नटराजन को सरकार ने लंबे समय तक निलंबित रखा और बाद में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
क्या था मामला
पलामू के तत्कालीन डीआईजी परवेज हयात पर सुषमा बड़ाईक ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसकी जांच का जिम्मा रांची के तत्कालीन आईजी पीएस नटराजन को सौंपा गया। सुषमा बड़ाईक के बयान पर आधारित लोअर बाजार थाना में दर्ज एफआईआर में सुषमा बड़ाईक ने पीएस नटराजन पर भी आरोप लगाया कि नटराजन ने कई बार उसका यौन शोषण किया। सुषमा ने बताया कि पहली बार नटराजन उनसे मिलने कांके स्थित उसके पिता के घर पहुंचे। इसके बाद वो अपने पति राजेश कुजूर के साथ चांदनी चौक स्थित रायजी के मकान में रहने लगी। सुषमा के मुताबिक उस घर में भी नटराजन ने कई बार उसके साथ बलात्कार किया। सुषमा ने अपने पति पर भी आरोप लगाया। कहा बलात्कार करने में उसके पति राजेश कुजूर नटराजन का साथ देते थे। विरोध करने पर दोनों उसके साथ मारपीट करते थे। सुषमा ने साथ ही कहा कि आखिर में वो कलिंगा अपार्टमेंट में मधुप्रिया के फ्लैट में शिफ्ट हुई। वहां भी उसके साथ मधुप्रिया की मदद से नटराजन बलात्कार करते थे। तंग आकर उसने मीडिया से संपर्क किया और उसी फ्लैट में यौन शोषण का वीडियो बनाया। वीडियो मीडिया में लीक होते ही काफी हंगामा हुआ और मामले पर एफआईआर भी दर्ज की गई।
क्या-क्या मिला था फ्लैट से
वीडियो लीक होने के बाद मामले की जांच कर रहे तत्कालीन डीएसपी प्रशांत करण के साथ एसएसपी अनिल पालटा और सिटी एसपी कलिंगा अपार्टमेंट की फ्लैट संख्या डी-चार भी गये। वहां से उन्होंने दो किताब, एक दवा का पुर्जा और दाग लगी बेडशीट और पेटीकोट सहित फिल्मी गानों की दर्जनों सीडी जब्त की थी।