राष्ट्रीय
बाघों के पुनर्वास के लिए अन्य राज्यों से बाघ लाएगा राजस्थान
By Deshwani | Publish Date: 23/11/2017 3:40:14 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। राजस्थान के वन एवं पर्यावरण, युवा और खेल मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने गुरुवार को केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से भेंट कर राजस्थान में बाघों के पुनर्वास कार्य मे वांछित मदद और अन्य राज्यों से भी बाघों को लाने की इजाजत देने का आग्रह किया है।
इस सिलसिले में गजेंद्र सिंह खींवसर ने गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्धन से तीस जनवरी मार्ग स्थित उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। उन्होंने बताया कि राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की दूरदर्शी सोच के फलस्वरूप अलवर जिले के सरिस्का टाईगर रिजर्व में बाघ आबाद हो सके हैं, अन्यथा एक समय यह मशहूर टाईगर वन अभयारण्य बाघों की शून्य आबादी में तब्दील हो गया था। उन्होंने सरिस्का में बाघों के और जोड़ों का पुनर्वास करवाने का अनुरोध किया।
खींवसर ने बताया कि प्रदेश के हाड़ौती क्षेत्र में मुकन्दरा हिल्स में दर्रा टाईगर नेशनल अभयारण्य को विकसित किया जा रहा है। इस अभ्यारण्य में सवाईमाधोपुर के रणथम्भौर टाईगर रिजर्व की तरह बाघों की आबादी बढ़ने की विपुल संभावनाएं मौजूद है। इस अभ्यारण्य में बाघों के अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं।
उन्होंने अन्य राज्यों से भी बाघों के पुनर्वास की अनुमति पर जोर देते हुए कहा कि इससे बाघों में आनुवंशिक रोगों तथा अन्य दोषों की समस्याओं से निजात मिल सकेगी। साथ ही क्रोस मेटिंग से बाघों की सशक्त प्रजातियों के विकास को मजबूती मिलेगी।
खींवसर ने वन अभ्यारण्य क्षेत्रों में बसे गांवों के पुनर्वास कार्य व जंगल की भूमि के कन्वर्शन कार्यो के लिए भी केंद्र सरकार से सहयोग मांगा। केन्द्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने खींवसर की ओर से उठाए गए मुद्दों पर समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।